Rajasthan News: राजस्थान लोक सेवा आयोग के तहत कराई गई सब-इंस्पेक्टर भर्ती में गड़बड़ियों के चलते राजस्थान हाईकोर्ट ने भर्ती को ही कैंसिल कर दिया था। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने आयोग के सदस्यों की आलोचना भी की थी। ऐसे में अब आयोग की सदस्य और मशहूर कवि डॉक्टर कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
दरअसल, सोमवार को राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े को लिखे पत्र में मंजू शर्मा ने कहा, “मैंने अपना पूरा कामकाजी और निजी जीवन पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करते हुए बिताया है, लेकिन हाल ही में एक भर्ती प्रक्रिया में उठे विवाद के कारण मेरी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा और पूरे आयोग की गरिमा प्रभावित हुई है।
मंजू शर्मा ने इस्तीफे में क्या कहा?
मंजू शर्मा ने राज्यपाल को भेजे में अपने इस्तीफे में लिखा कि किसी भी पुलिस संस्थान या जांच एजेंसी में मेरे खिलाफ किसी भी तरह की कोई जांच लंबित नहीं है और न ही मुझे कभी किसी मामले में आरोपी माना गया है। उन्होंने कहा कि फिर भी, सार्वजनिक जीवन में शुचिता के पक्षधर होने तथा आयोग की गरिमा, निष्पक्षता और पारदर्शिता को सर्वोपरि मानते हुए मैं स्वेच्छा से राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य पद से अपना त्यागपत्र दे रही हूं।
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राजस्थान हाईकोर्ट ने क्या कहा?
राजस्थान हाईकोर्ट ने कहा था कि उन्होंने और अन्य ने परीक्षा की शुचिता से समझौता किया है। उच्च न्यायालय ने 28 अगस्त के अपने आदेश में कहा कि पेपर लीक होने और साक्षात्कार प्रक्रिया को प्रभावित करने में अपनी सक्रिय भागीदारी या इसकी जानकारी के माध्यम से, आरपीएससी के सदस्य बाबू लाल कटारा, रामूराम रायका, मंजू शर्मा, संगीता आर्य, जसवंत राठी और अध्यक्ष संजय श्रोतिया ने परीक्षा की शुचिता के साथ व्यवस्थित और बड़े पैमाने पर समझौता करने में मदद की।
इसके अलावा एक अन्य टिप्पणी में उच्च न्यायालय ने मंजू शर्मा, संगीता आर्य और जसवंत राठी सहित आयोग के कई अन्य सदस्यों की सक्रिय मिलीभगत और संलिप्तता को चिंताजनक बताया था। आरोप-पत्र के अनुसार, इन सदस्यों को व्यक्तिगत लाभ के लिए आयोग के सदस्यों के बीच होने वाले लेन-देन और कदाचार की पूरी जानकारी थी।
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