मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत को लेकर सरकार अलर्ट हो रही है। अब तक 6 चीतों की मौत हो चुकी है। इसने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि चीता प्रोजेक्ट में शामिल अधिकारियों को नामीबिया और साउथ अफ्रीका की स्टडी के लिए भेजा जाएगा। यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आखिर चीतों की मौत कैसे हुई।

अब तक 6 चीतों की मौत

कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों को रखा गया है। कूनो में 17 सितंबर 2022 को पीएम मोदी ने 8 चीतों को छोड़ा था। इनमें 5 मादा और तीन नर थे। ये सभी नामीबिया से लाए गए थे। इसके बाद इसी साल फरवरी में 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से भी लाए गए। इन्हें भी कूनो नेशनल पार्क में रखा गया। 6 चीतों की मौत के बाद सरकार ने एक निगरानी समिति का गठन किया है।

गांधी सागर सैंचुरी में की जा रही तैयारी

कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत के बाद गांधी सागर सैंचुरी में भी वैकल्पिक तैयारी शुरू हो गई है। अगर एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि चीतों के लिए कूनो से बेहतर जगह गांधी सागर सैंचुरी होता तो उन्हें वहां शिफ्ट करने पर विचार किया जाएगा। बता दें कि सरकार की ओर से जो कमिति बनाई गई है वह चीतों की निगरानी के साथ ही हर महीने कम से कम एक बैठक करेगी। यह कमेटी अंतर्राष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों के पैनल से परामर्श भी करेगी।