Rohini Acharya News: बिहार चुनाव में महागठबंधन की हार के बाद लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा की। आचार्य लालू और राबड़ी देवी के नौ बच्चों में से एक हैं और तेजस्वी व तेज प्रताप की बहन हैं। हालांकि, उनका यह फैसला अचानक लग सकता है और इसका समय अजीब लग सकता है। लेकिन तनाव काफी समय से पनप रहा था। इसमें बड़े भाई तेजप्रताप को पार्टी से बाहर करना और तेजस्वी के प्रमुख सहयोगी संजय यादव का राजनीतिक मामलों पर बढ़ता प्रभाव शामिल था।
रोहिणी आचार्य भाई तेज प्रताप के साथ जो हुआ उससे काफी खफा थीं। उन्होंने तेज प्रताप के समर्थन में वोट भी मांगें। वहीं, तेजस्वी ने अपने बड़े भाई तेज प्रताप के खिलाफ प्रत्याशी खड़ा किया था, जिससे रोहिणी नाराज थीं। आरजेडी नेता संजय यादव के खिलाफ तेज प्रताप पूरे बिहार चुनाव के दौरान हमलावर रहे। रोहिणी आचार्य ने जब राजनीति से संन्यास और परिवार से अलग होने की बात कही तो उन्होंने भी संजय यादव पर गंभीर आरोप लगाए। लोगों का यहां तक मानना है कि लालू परिवार में यह पूरी लड़ाई तेजस्वी के बढ़ते दखल के चलते है, क्योंकि उम्र के लिहाज से लालू का अब उतना पार्टी और परिवार में उतना दखल नहीं रहा, जो किसी वक्त होता था। यही वजह है कि तेज प्रताप और रोहिणी इससे भी नाराज हैं। रोहिणी और तेज प्रताप को लगता है कि तेजस्वी संजय यादव के इशारे पर ही सभी फैसले लेते हैं।
रोहिणी आचार्य कौन हैं?
रोहिणी आचार्य दिसंबर 2022 में अपने पिता और आरजेडी संरक्षक लालू प्रसाद यादव को किडनी दान करने के लिए चर्चा में थीं। सिंगापुर में रहने वाली आचार्य ने जब पिछले साल लोकसभा चुनाव लड़ा था, तो उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र में ‘किडनी देने वाली बेटी’ के नाम से जाना जाता था। उनकी सीट सारण थी, जहां से उनके पिता लालू यादव चार बार जीते थे। हालांकि, वह अब पांच बार के सांसद राजीव प्रताप रूडी से हार गईं, लेकिन उनकी बातों ने राजद के समर्थकों को प्रभावित किया।
ये भी पढे़ं: प्रशांत किशोर, ओवैसी, मायावती: छोटे खिलाड़ियों का बिहार चुनाव पर बड़ा प्रभाव
रोहिणी आचार्य का नाम कैसे पड़ा?
रोहिणी का नाम इसलिए रखा गया क्योंकि हिंदू कैलेंडर के अनुसार उनका जन्म ‘रोहिणी नक्षत्र’ में हुआ था। उनका सरनेम पटना की एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के नाम पर पड़ा। शनिवार को आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं। संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं।”
पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्य ने कहा, “मेरा कोई परिवार नहीं है। आप ये बात संजय यादव, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछ सकते हैं। इन्होंने ही मुझे परिवार से निकाला। ये कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। पूरा देश पूछ रहा है कि पार्टी इतनी बुरी तरह क्यों हारी। जब आप संजय यादव और रमीज का नाम लेते हैं, तो आपको घर से निकाल दिया जाता है, बेइज्जत किया जाता है, गालियां दी जाती हैं और यहां तक कि मारा भी जाता है।”
कौन हैं रोहिणी आचार्य के पति?
एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद रोहिणी ने 2002 में समरेश सिंह से शादी कर ली। सिंह पटना के पास इच्छानबीघा में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। यह जोड़ा पहले अमेरिका गया और फिर सिंगापुर चला गया। यहां पर वे अपने दो बच्चों के साथ रहते हैं।
