बीते दिनों उत्तर प्रदेश के देवरिया में कांग्रेस पार्टी की बैठक में एक महिला कार्यकर्ता के साथ मारपीट का वीडियो सामने आया था। सोशल मीडिया पर यह वीडियो खासा वायरल हुआ था और इसे लेकर कांग्रेस की खूब किरकिरी भी हुई थी। जिस महिला के साथ मारपीट हुई उनका नाम तारा यादव है और वह बीते चार साल से कांग्रेस पार्टी की सदस्य हैं।

बता दें कि देवरिया सीट पर उपचुनाव होने हैं और टिकट को लेकर यह पूरा हंगामा हुआ था। खबर है कि तारा यादव को देवरिया सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन पार्टी ने मुकुंद भास्कर मणि को टिकट दिया है। इसी बात से नाराज होकर वह बैठक में पहुंची थी, जहां यह पूरा हंगामा हो गया।

तारा यादव का आरोप है कि पार्टी ने दुष्कर्म के आरोपी को टिकट देकर गलत किया है। इससे पार्टी की छवि को नुकसान होगा। तारा यादव का कहना है कि पार्टी को साफ-सुथरी छवि वाले नेता को टिकट देना चाहिए।

तारा यादव का कहना है कि एक तरफ पार्टी हाथरस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए लड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ दुष्कर्म के आरोपी को टिकट दिया जा रहा है। यह गलत फैसला है। तारा यादव का कहना है कि जनपद कार्यालय में हो रही कांग्रेस की बैठक में यही बात करने के लिए सचिन नायक के पास पहुंची थी, जिसके बाद उनके साथ मारपीट की गई।

तारा यादव ने इस मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित चार नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, बलवा और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी तारा यादव पर कथित मारपीट का आरोप लगाया है और इसकी शिकायत पुलिस से की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तारा यादव और उनके समर्थकों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है।

जिला कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जुलेखा खातून ने तारा यादव के खिलाफ मारपीट और छेड़खानी का आरोप लगाते हुए तहरीर दी और आरोप लगाया कि देवरिया सदर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्‍याशी के स्वागत के लिए आयोजित कार्यक्रम में तारा यादव ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर उनके और राष्‍ट्रीय सचिव के साथ मारपीट की। इसके साथ ही उनके सामने आपत्तिजनक हरकत भी की।

फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है। वहीं, अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस ने दो नेताओं दीनदयाल यादव और अजय कुमार सैंथवार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।