गुरुवार को इन सफेद बाघों को केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने नया नाम दिया है और इन्हें नई दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में सफेद बाघ के बाड़े में छोड़ा। मादा शावक का नाम अवनी रखा, जिसका अर्थ है पृथ्वी है और नर शावक का नाम व्योम रखा, जिसका अर्थ आकाश है।

ये दोनों शावक बाघ पिता विजय और माता बाघिन सीता की संतान हैं। बाघिन सीता ने पिछले वर्ष अगस्त में इन शावकों को जन्म दिया था। अब ये दोनों शावक, एक नर और एक मादा करीब आठ महीने के हो चुके हैं। इन शावकों को अब तक रात्रि आश्रय में और दिन के समय मां के साथ उसके बाड़े में रखा जाता था। चूंकि शावकों को घूमने-फिरने के लिए अधिक क्षेत्र की आवश्यकता होती है, इसलिए उन्हें बड़े क्षेत्र वाले बाड़े में छोड़ा जा रहा है जहां से दर्शक भी उनको देख सकते हैं।

सफेद बाघ के शावकों को इस बाड़े में छोड़े जाने के बाद स्कूली छात्रों के लिए जू वाक का भी आयोजन किया गया। जहां भूपेंद्र यादव ने मिशन लाइफ को बढ़ावा देने के लिए स्कूली बच्चों के साथ बातचीत करते हुए स्थाई जीवन शैली और प्राकृतिक संसाधन संरक्षण के महत्व को साझा किया। इस कार्यक्रम में नई दिल्ली के विभिन्न स्कूलों के लगभग 100 छात्रों और कर्मचारियों के समूह ने कार्यक्रम में भाग लिया और वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने के प्रति उत्साहपूर्वक अपना भाव व्यक्त किया।

इसके अतिरिक्त इस मौके पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन के वन महानिदेशक और विशेष सचिव चंद्र प्रकाश गोयल, अपर महानिदेशक (वन संरक्षण) सत्य प्रकाश यादव, अपर महानिदेशक (वन्यजीव) बिवाश रंजन, केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के सदस्य सचिव डा संजय कुमार शुक्ला, वन्यजीव महानिरीक्षक रोहित तिवारी और मंत्रालय के अधिकारी भी उपस्थित थे।