पुणे में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक हिस्‍ट्रीशीटर ने सिर्फ इसलिए उत्‍पात मचाना शुरू कर दिया कि मोहल्‍ले के लोग उसे ‘भाई’ कह कर नहीं बुलाते हैं। हिस्‍ट्रीशीटर और उसके गुर्गों ने इस बात को लेकर कई वाहनों में तोड़फोड़ कर डाली। वह तो भागने में सफल रहा, लेकिन स्‍थानीय लोगों ने उसके गुर्गों की जमकर धुनाई कर डाली। उसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। हिस्‍ट्रीशीटर घटनास्‍थल से भागने में कामयाब रहा था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

जानकारी के मुताबिक, यह घटना बुधवार (27 दिसंबर) रात की है। हिस्‍ट्रीशीटर राज शेख इस बात से बेहद नाराज था कि इंदिरा नगर के निवासी उसे ‘भाई’ कह कर नहीं बुलाते हैं। इस बात से वह इतना चिढ़ा हुआ था कि अपने गुर्गों के साथ मिलकर उसने कई निजी वाहनों में तोड़फोड़ कर डाली थी। क्षतिग्रस्‍त वाहनों में तीन स्‍कूल बस, दो कार और एक ऑटोरिक्‍शा था। इस घटना के बाद स्‍थानीय लोगों का गुस्‍सा फूट पड़ा था। राज शेख तो घटनास्‍थल से भागने में सफल रहा था, लेकिन उसके तीन गुर्गे लोगों के हत्‍थे चढ़ गए थे। लोगों ने उनकी जमकर कुटाई कर डाली थी। बाद में तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया था। इनकी पहचान फिरोज दिलदार पठान उर्फ मुन्‍ना, इमरान इरशाद जमादार और शरद राव साहब अहिरे के तौर पर की गई है। स्‍थानीय अदालत ने तीनों को दो दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस ने बताया कि राज शेख इंदिरा नगर का ही रहने वाला है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी और दंगा करने जैसे संगीन आरोप में मामले दर्ज हैं। अधिकारियों ने बताया कि उसने स्‍थानीय लोगों से कहा था कि उसे ‘भाई’ कह कर बुलाया जाए, लेकिन मोहल्‍ले के निवासियों ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। इससे गुस्‍साए हिस्‍ट्रीशीटर अपने साथियों के साथ मिलकर हंदेवाड़ी रोड के समीप पार्क वाहनों में तोड़फोड़ की थी।