पश्चिम बंगाल में एक महिला मायके से दो हजार रुपए न ला सकी, तो पति ने उसे चेन से बांध कर जिंदा जला दिया। सोमवार (29 अक्टूबर, 18) की यह घटना मालदा जिले के जीतनगर गांव की है, जहां उसकी हत्या का आरोप ससुरालियों पर भी लगा है। ‘एचटी’ की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतका की शिनाख्त 29 वर्षीय शेफाली मंडल के रूप में हुई है। घटना के दौरान उसका शरीर बुरी तरह जल गया था। फौरन उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार (30 अक्टूबर) सुबह उसने दम तोड़ दिया था।
मालदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा शेफाली को मृत बताने के बाद मायके वालों ने पुलिस में उसके पति व ससुरालियों के खिलाफ शिकायत दी। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि शेफाली की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि वे (मायके वाले) लोग उसे दो हजार रुपए नहीं दे सके थे। दो दिन पहले पति ने यह रकम उससे मायके से लाने के लिए कहा था।
रिपोर्ट के अनुसार, शेफाली की शादी दिहाड़ी मजदूरी करने वाले सिंटू मंडल से सात वर्ष पहले हुई थी। पांच साल पहले उन्होंने बेटे को जन्म दिया, मगर वह दिव्यांग था। शेफाली के परिजन ने पुलिस को बताया कि बच्चा जब छह महीने का हुआ, तब उसकी मौत हो गई। वजह- उसकी बीमारी थी और सिंटू उसके इलाज का खर्च नहीं उठाना चाहता था।
पीड़िता के पिता अतुल चंद्रा ने अंग्रेजी अखबार को बताया, “मेरा दामाद बेटी को परेशान करता था। हम शादी में दहेज भी दिया। पर उनकी मांगें लगातार बढ़ती गईं। वह पैसों के लिए अक्सर बेटी को हमारे पास भेजता था। दो दिन पहले ही उसने शेफाली के जरिए दो हजार रुपए मंगाए थे। पर हमारे पास उतने पैसे नहीं थे।” परिजन ने पुलिस सिंटू, उसके भाई पिंटू, मां उर्मिला, पिता चाकू मंडल व दो अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दी। पुलिस के मुताबिक, शेफाली का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जबकि पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है।