पश्चिम बंगाल उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद पार्टी के सांसद सौमित्र खान प्रदेश यूनिट पर लगातार निशाना साधते नजर आ रहे हैं। सौमित्र खान ने कहा कि राज्य नेतृत्व ‘बीमारी से पीड़ित है और उसे इलाज की सख्त जरूरत है।’ पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह के बीच, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने कहा है कि प्रदेश भाजपा को अस्तित्व के संकट से बचाने के लिए पार्टी में अंदरूनी चीजों को ठीक किया जाना चाहिए।

विष्णुपुर से भाजपा सांसद सौमित्र खान ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा बंगाल यूनिट का नेतृत्व अनुभवहीन नेता कर रहे हैं, जो राजनीतिक रूप से परिपक्व नहीं हैं। भाजपा सांसद ने कहा, “हम इसकी कीमत चुका रहे हैं। अगर हमें राज्य में चुनाव के अच्छे नतीजे चाहिए तो हमें उन नेताओं को वापस लाना होगा जो निष्क्रिय हो गए हैं, पार्टी को इस समस्या का हल निकालना ही होगा।”

आसनसोल लोकसभा सीट और बालीगंज विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस को जीत हासिल हुई है। शत्रुघ्न सिन्हा ने आसनसोल लोकसभा सीट से और बाबुल सुप्रियो ने बालीगंज विधानसभा सीट से जीत दर्ज की। इसके बाद से लगातार पार्टी के भीतर इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है।

उपचुनाव के नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद, सौमित्र खान ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और राज्य महासचिव (संगठन) अमिताभ चक्रवर्ती पर तंज करते हुए कहा था कि प्रदेश इकाई ‘अनुभवहीन नेताओं’ द्वारा चलाई जा रही है। साथ ही, भाजपा के जलपाईगुड़ी जिले के पूर्व अध्यक्ष आलोक चक्रवर्ती ने सोमवार को राज्य नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी वास्तविक नेताओं के बिना नहीं चल सकती है।

आलोक चक्रवर्ती ने कहा कि पार्टी में काबिल नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है और अयोग्य नेताओं को समितियों का प्रभारी बनाया जा रहा है। इतने मंडल अध्यक्षों को बदलने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है। इसके पहले, मुर्शिदाबाद के भाजपा विधायक गौरीशंकर घोष और पार्टी के बहरामपुर विधायक सुब्रत मोइत्रा ने राज्य नेतृत्व के साथ मतभेदों का हवाला देते हुए राज्य समिति से इस्तीफा दे दिया।