कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और वकील पी. चिदंबरम के खिलाफ बुधवार (4 मई, 2022) को कलकत्ता हाई कोर्ट के बाहर वकीलों ने जमकर नारेबाजी की। दरअसल, वरिष्ठ नेता एक कानूनी मामले के सिलसिले में हाईकोर्ट में मौजूद थे। कांग्रेस के वकीलों ने उन पर नाराजगी जताते हुए खूबी नारेबाजी की और कई आरोप भी लगाए।

कांग्रेस के वकीलों ने चिदंबरम को काला कपड़ा दिखाया और उन्हें तृणमूल कांग्रेस का हमदर्द और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया।

कांग्रेस सेल के वकीलों में से एक ने चिदंबरम को ममता बनर्जी और टीएमसी का दलाल करार दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चिदंबरम कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “आप जैसे नेताओं ने पार्टी को बर्बाद कर दिया है।”

दरअसल, पी. चिदंबरम हाईकोर्ट में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ दायर भ्रष्टाचार के एक मामले की पैरवी करने पहुंचे थे। ये याचिका कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने दायर की थी। उनका ममता बनर्जी पर आरोप था कि राज्य सरकार ने केवेंटर एग्रो के साथ मिलकर मेट्रो डेयरी के शेयर काफी कम कीमत पर बेच दिए। बाद में इसे काफी बड़ी कीमत पर सिंगापुर की एक कंपनी को बेच दिया गया। कांग्रेस ने इसे भ्रष्टाचार का मामला बताते हुए याचिका दायर की है।

विरोध में भाग लेने वालों में से एक, वकील कौस्तव बागची ने कहा कि पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री एक ऐसी संस्था की ओर से पेश हो रहे थे, जिसके शेयरों की खरीद पर पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष द्वारा आपत्ति की जा रही थी। उन्होंने कहा कि चौधरी कांग्रेस एक्शन कमिटि के सदस्य और पार्टी के महत्वपूर्ण नेताओं में से हैं।

पीटीआई के मुताबिक, इस विरोध प्रदर्शन को लेकर चौधरी ने कहा कि यह कांग्रेस समर्थकों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी। उन्होंने कहा, “मैंने सुना है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय में मौजूद कुछ कांग्रेस समर्थकों ने विरोध किया। मेरा मानना ​​है कि यह उनकी स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी।” वहीं, चिदंबरम ने कहा, “यह एक स्वतंत्र देश है। मेरी इस पर कोई टिप्पणी नहीं है। मैं इस पर टिप्पणी क्यों करूं?”