आम चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में खूब हिंसा हुई। प्रदेश में सत्तापक्ष टीएमसी और विपक्षी दल भाजपा के कई कार्यकर्ता मारे गए। तब लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान दोनों पार्टियों ने हिंसा के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया। अब दोनों पार्टियां कथित रूप से राज्य के विभिन्न जिलों में एक-दूसरे के कार्यालयों पर कब्जा कर रही हैं। इसी कड़ी में प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार (30 मई, 2019) को 24 नोर्थ परगना जिले के नहाटा इलाके में पहुंची और एक कार्यालय पर दोबारा कब्जा कर लिया। वहां भाजपा का प्रतीक और पार्टी का नाम अंकित था। इस दौरान टीएमसी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद ब्रश लेकर काले रंग से ऑल इंडिया तृणमूल (AITC) का आधिकारिक चुनाव चिन्ह (फूल और घास) भगवा दीवार पर अंकित कर दिया।
न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक जिस इमारत पर प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने पार्टी का चुनाव चिन्ह बनाया वो पूर्व में पार्टी दफ्तर ही था, जिसे हाल में लोकसभा चुनाव जीतने वाले भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कब्जा लिया था। सिंह टीएमसी प्रत्याशी दिनेश त्रिवेदी को हराकर बैरकपुर से लोकसभा चुनाव जीते है।
इसी दौरा ममता ने उनके काफिले के नजदीक जय श्रीराम का नारा लगा रहे लोगों को खूब फटकार भी लगाई। तब एक वीडियो भी सामने आया जिसमें वह कहती नजर आ रही है कि जो लोग इस तरह की हरकत कर रहे हैं वो बंगाल के नहीं बल्कि बाहरी हैं और भाजपा के लोग हैं। सीएम ममता ने कहा कि ‘वे अपराधी हैं और मुझे गाली दे रहे थे। वो बंगाली नहीं थे।’
जानकारी के मुताबिक हाल के दिनों में टीएमसी के ब्लॉक और गांव स्तर पर प्रदेश में कई ऑफिसों को भगवा रंग से पोत दिया गया। ऐसा तब हुआ जब राज्य में भाजपा ने 42 सीटों में से रिकॉर्ड 18 सीटों पर जीत हासिल की। चुनाव में टीएमसी के 22 सांसदों ने जीत हासिल की। चौंकाने वाली बात यह है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी के 34 उम्मीदवार विजयी होकर संसद पहुंचे थे।
कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं से संबंधित कई संपत्तियों को भाजपा इकाइयों में परिवर्तित किया जा रहा था क्योंकि इन स्थानों के मालिकों ने भाजपा में शामिल होने के लिए पाला बदल लिया। 28 मई को दो टीएमसी विधायक, मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय सहित 63 नगरपालिका पार्षद भाजपा में शामिल हुए थे। हाल में सीपीआई विधायक देवेंद्र रॉय भी भाजपा में शामिल हो गए।
वहीं सीएम ममता ने रविवार को एक ब्लॉग पोस्ट में भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि उसके कुछ कार्यकर्ता और समर्थक नफरत की विचारधारा को फैलाने के लिए मीडिया के एक वर्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं।