पश्चिम बंगाल में चिटफंड मामले में सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के एक नेता को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी सीबीआई ममता बनर्जी की पार्टी के नेताओं पर चिटफंड घोटाले को लेकर शिंकजा कस चुकी है।

मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने चिटफंड मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों के सिलसिले में बर्दवान म्यूनिसिपलिटी के तृणमूल नेता और प्रशासक बोर्ड (बीओए) के अध्यक्ष प्रणब चटर्जी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद टीएमसी नेता को कोर्ट में पेश किया गया। जहां सीबीआई ने चार दिनों के लिए रिमांड की मांग की। जिसके बाद कोर्ट ने चटर्जी को तीन दिनों के लिए सीबीआई की रिमांड में भेज दिया।

मिली जानकारी के अनुसार प्रणब चटर्जी ने खुद की अपनी कंपनी खोल रखी है। ऑफिस भी उन्होंने अपने ही घर में खोल रखा था। जहां से वो चिटफंड का काम करते थे। सीबीआई ने शुक्रवार को प्रणब चटर्जी के घर पर छापा मारा और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआई के जांच अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह से लगातार ऑपरेशन चलाया, फिर गिरफ्तारी की।

इस घटना से बर्दवान शहर में भारी हड़कंप मच गया है। कुछ महीने पहले तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता को शहर का प्रशासक नियुक्त किया गया था। स्वाभाविक रूप से पूर्वी बर्दवान जिले में उनके घर पर सीबीआई की छापेमारी की खबर चर्चा का विषय बन गई है।

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक यह रेड चिटफंड से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के एक निजी मामले में किया गया था। सुबह करीब सात बजे सीबीआई के जांच अधिकारी बर्दवान शहर के तेल मारुई पारा स्थित नगर प्रशासक प्रणब चटर्जी के घर पर अचानक पहुंच गए।

शुरुआती पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम उन्हें लेकर चली गई। टीम के बाकी सदस्य तलाशी में लगे थे। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई प्रणब चटर्जी को सीधे आसनसोल की विशेष अदालत ले गई। चटर्जी को हिरासत में लेकर उनसे विस्तार से पूछताछ की जाएगी। हालांकि बर्दवान आए सीबीआई अधिकारियों ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। साथ ही इस मामले पर टीएमसी की तरह से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।