बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 50 करोड़ से अधिक कैश और ज्वेलरी मिलने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अर्पिता मुखर्जी की चार लग्जरी कारों की तलाश है। वहीं ईडी की हिरासत में अर्पिता मुखर्जी फूट-फूट कर रोईं हैं। उन्होंने कहा कि बंद कमरों में पार्थ चटर्जी उन्हें नहीं जाने देते थें। जब पार्थ चटर्जी से रिश्तों के बारे में अर्पिता से ईडी ने सवाल किया, इस दौरान अर्पिता टूट गईं और फूट-फूट कर रोने लगीं।
वहीं आज पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी का मेडिकल भी होना है और जब मेडिकल के लिए ईडी की टीम उन्हें अस्पताल लेकर पहुंची, तब वह गाड़ी में ही रोने लगीं और इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। बताया जाता है कि अर्पिता के घर पर रेड के बाद से चार लग्जरी गाड़ियां भी गायब है। जब अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया था, उस दौरान ईडी ने अर्पिता की एक मर्सिडीज कार सीज की थी। वहीं पार्थ चटर्जी ने ईडी से कहा है कि मैंने कुछ नहीं किया है और मेरे खिलाफ साजिश रची गई और मैं साजिश का शिकार हुआ।
अर्पिता मुखर्जी की कम से कम चार कारें उनके डायमंड सिटी फ्लैट से गायब हैं। अर्पिता की गिरफ्तारी के वक्त सिर्फ एक सफेद रंग की मर्सिडीज कार जब्त की गई थी। माना जाता है कि लापता कारों (ऑडी A4, होंडा सिटी, होंडा सीआरवी, मर्सिडीज बेंज) में भारी मात्रा में नकदी है। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी इन वाहनों की तलाश में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है और कई सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
ईडी अधिकारियों के अनुसार अर्पिता मुखर्जी के पास कोलकाता के बेलघरिया इलाके में क्लबटाउन हाइट्स में दो फ्लैट हैं। इनमें से एक फ्लैट पर गुरुवार सुबह की गई छापेमारी में ईडी ने करीब 30 करोड़ रुपये नकद और पांच किलोग्राम सोने के जेवर जब्त किए थे। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि दूसरे फ्लैट से कोई बरामदगी नहीं हुई है।
अर्पिता मुखर्जी 2008 से 2014 के बीच बंगाली और उड़िया फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय थीं। वह कोलकाता के बेलघरिया इलाके से एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं और अपने कॉलेज के दिनों से ही मॉडलिंग में एक्टिव थीं।
बता दें कि बंगाल एसएससी स्कैम मामले में पार्थ चटर्जी को 23 जुलाई को ईडी ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले उनसे ईडी ने करीब 24 घंटे तक लम्बी पूछताछ की थी। वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से हटा दिया है। इस पूरे मामले पर टीएमसी ने कहा है कि वह भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करते हैं और भ्रष्टाचार के प्रति उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति है। पार्थ चटर्जी प्रकरण पर अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया और पार्टी का पक्ष रखा।
