भारतीय जनता पार्टी (BJP) अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों बंगाल दौरे पर हैं। अपने दौरे के दूसरे दिन शाह दक्षिणेश्वर काली मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। ये वही मंदिर है जहां 2015 में पीएम मोदी गए थे। दक्षिणेश्वर काली मन्दिर उत्तर कोलकाता में हुगली नदी के किनारे स्थित एक ऐतिहासिक मन्दिर है। इस मंदिर की मुख्य देवी भवतारिणी हैं, जिन्हें मां कालीभी कहा जाता है।

गृह मंत्री ने मंदिर में दर्शन करने के बाद मीडिया से कहा “मैं कई बार दक्षिणेश्वर आए हूं और यहां से ऊर्जा प्राप्त कर वापस गया हूं। आज इस भूमि पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है इससे बंगाल की महान परंपरा आहत हुई है। मेरी मां काली से यही प्रार्थना है कि मोदी के नेतृत्व में ये देश फिर से एक बार दुनिया में गौरवमयी स्थान प्राप्त करे।”

अमित शाह ने कहा “बंगाल स्वामी विवेकानंद, श्री अरविंद, भक्ति मार्ग को सशक्त करने वाले, आध्यात्मिक चेतना को जगाने वालों की भूमि रही है। ये ठाकुर रामकृष्ण की भी धरती है। लेकिन दुर्भाग्य से इस जमीन को तुष्टिकरण की राजनीति से कलंकित किया जा रहा है। मैंने मां काली से मोदी जी के नेतृत्व में बंगाल की भलाई के लिए प्रार्थना की।”

पिछले पांच साल में बीजेपी का बंगाल में तेजी से कद बढ़ा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में बीजेपी की मात्र 2 सीट आई थी और उनका वोट प्रतिशत 17% था। वहीं 2016 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तीन सीट जीतीं थी। तब पार्टी का वोट प्रतिशत 10% था। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने पहले से बेहतर किया। पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनावों के मुक़ाबले 16 सीट ज्यादा जीतीं और वोट प्रतिशत भी 27% से बढ़ गया।

2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में 18 सीट जीतीं और उनका वोट प्रतिशत 41% रहा। अमित शाह इससे पहले दुर्गा पूजा के मौके पर बंगाल दौरे की तैयारी में थे लेकिन स्वास्थ्य के चलते उनका यह दौरा रद्द हो गया। तब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सिलीगुड़ी दौरे पर आए थे। चुनाव से पहले बीजेपी की कोशिश बंगालियों की भावनाओं को जोड़ने की है।