पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। दरअसल, टीएमसी सांसद ने न्यायपालिका की आलोचना करते हुए टिप्पणी की थी जिसके बाद राज्यपाल ने मुख्य सचिव को अभिषेक बनर्जी पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि टीएमसी सांसद ने न्यायपालिका की आलोचना कर रेड लाइन पार कर दी है।

अभिषेक बनर्जी की टिप्पणी पर संज्ञान लेते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि डायमंड हार्बर सांसद की न्यायपालिका पर टिप्पणी को अनदेखा नहीं किया जा सकता। राज्यपाल धनखड़ ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव हरि कृष्ण द्विवेदी और पुलिस आयुक्त को टीएमसी नेता के खिलाफ उचित कार्रवाई करने और 6 जून तक रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है।

न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश: बंगाल के राज्यपाल ने कहा, “सांसद बनर्जी की टिप्पणी न्यायपालिका को बदनाम करती है, न्याय प्रक्रिया में हस्तक्षेप करती है और कानून की अवमानना करती है। इस तरह के हमले का मकसद न्यायपालिका को डराना है। न्यायपालिका पर इस तरह के हमले चिंताजनक हैं क्योंकि ये लोकतंत्र के लिए मौत की घंटी हैं।”

दरअसल, अभिषेक बनर्जी ने कलकत्ता हाईकोर्ट के पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले समेत कई मामलों की सीबीआई जांच के आदेश देने के फैसले पर सवाल उठाते हुए शनिवार (28 मई) को न्यायपालिका पर निशाना साधा था। अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि हमें धमकाने के लिए सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा था, “मुझे यह कहते हुए शर्म आती है कि न्यायपालिका में एक-दो ऐसे लोग हैं, जिनकी मिलीभगत है और जो हर मामले में सीबीआई जांच के आदेश दे रहे हैं। यह न्यायपालिका का सिर्फ एक प्रतिशत है।”

रेड लाइन को पार कर दिया: इससे पहले रविवार (29 मई) को जगदीप धनखड़ ने सांसद अभिषेक बनर्जी के न्यायपालिका को लेकर दिए गए बयान की आलोचना करते हुए कहा था कि राज्य में संवैधानिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं। न्यायपालिका पर हमला निंदनीय है। इस दौरान उन्होंने अभिषेक बनर्जी का नाम लिए बिना कहा था कि सांसद ने रेड लाइन को पार कर दिया है।

जिसके बाद अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, “मैंने हमेशा सत्ता के लिए सच बोलने में विश्वास किया है। कल, मैंने कहा था कि कैसे कोलकाता हाई कोर्ट 1 प्रतिशत लोगों की सुरक्षा में केंद्र के साथ मिलकर काम कर रहा है। लोग देख रहे हैं और वे जानते हैं कि वास्तव में ‘रेड लाइन को पार’ कौन कर रहा है। मैं अपना केस यहीं खत्म करता हूं।”