पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के छठे और आखिरी चरण में गुरुवार को 84.24% फीसदी मतदान हुआ है। दोपहर तीन बजे तक 74 पर्सेंट से ज्‍यादा वोटिंग हुई थी। ईस्‍ट मिदनापुर जिले में रिकॉर्ड 75.19 पर्सेंट वोटिंग हुई। वहीं, कूच बिहार में 72.31 पर्सेंट मतदान हुआ।

बता दें कि आजादी के बाद यह पहला मौका है, जब कूच बिहार जिले में सीमावर्ती बस्तियों के 9,776 निवासियों को अपने मताधिकार का उपयोग करने का अवसर मिला है। ऐसा पिछले साल इन बस्तियों के भारतीय क्षेत्र में औपचारिक विलय के बाद संभव हुआ। अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वालों में 103 साल के असगर अली भी शामिल हैं। वह अपने परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ वोट डालने आए। सभी ने पहली बार वोट डाले।

चुनाव आयोग के अधिकारी कूचबिहार जिले में बारिश की संभावना से चिंतित थे क्योंकि इससे मतदान प्रतिशत और चुनाव कर्मियों के कार्य पर असर पड़ सकता है। बहरहाल, दोपहर तक बारिश नहीं हुई। बता दें कि सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक 25 निर्वाचन क्षेत्रों के 6,774 मतदान केंद्रों पर हो रहे मतदान में 58 लाख से अधिक मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग कर अपने प्रतिनिधियों को चुनने का मौका मिला है। इस चरण के चुनाव के लिए 18 महिलाओं समेत कुल 170 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सुनिश्‍च‍ित कराने के लिए केंद्रीय फोर्सेज की 361 कंपनियां तैनात की हैं। इनकी मदद के लिए 12000 राज्‍य पुलिस के जवान लगाए गए।

तृणमूल ने कांग्रेस के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
पूर्वी मिदनापुर जिले में मोयना विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक मतदान केंद्र को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने बूथ संख्या 236 के पास हथियारों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जुटने की शिकायत दर्ज कराई। तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस पर इसी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बूथ संख्या 14, 107 और 249 में बूथ जाम करने का भी आरोप लगाया। मोयना निर्वाचन क्षेत्र में गोबरा के अंतर्गत आने वाले बूथ संख्या 231 के पास मतदाताओं को भोजन देने के आरोप में सुरक्षा कर्मियों ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस एवं कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ताओं के दो समूह मतदाताओं को भोजन दे रहे थे। सुरक्षाकर्मियों ने उनका पीछा किया, उनमें अधिकतर भागने में सफल रहे लेकिन पांच को पकड़ लिया गया।

सीपीएम और तृणमूल भी आमने-सामने
सीपीएम ने दावा किया कि नंदीग्राम के कम से कम 52 मतदान केंद्रों में चुनाव एजेंट को नियुक्त नहीं किया गया है जिस पर तृणमूल के सांसद सुवेंदु अधिकारी ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘इसके लिए हमें दोषी नहीं ठहराया जा सकता।’’ कूचबिहार जिला में नाटाबाड़ी विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल और सीपीएम की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई है। इस क्षेत्र से तृणमूल के जिला अध्यक्ष रवींद्रनाथ घोष और सीपीएम के पूर्व विधायक तमसेर अली एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। घोष ने नाटाबाड़ी के देवचराय में केंद्रीय बलों की मनमानी का भी आरोप लगाया।