बंगालियों का प्रसिद्ध त्योहार दुर्गा पूजा शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। देश भर में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने वाले इस त्योहार की पश्चिम बंगाल में जमकर धूम होती है। इस दौरान यहां न सिर्फ देवी दुर्गा की बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं और भव्य पंडाल सजाये जाते हैं बल्कि तरह-तरह के पकवान भी बनाए जाते हैं। इस सबके बीच त्योहार के दौरान पश्चिम बंगाल की जेल में भी कैदियों को स्वादिष्ट भोजन दिया जाएगा।

उत्सव के दौरान कैदी भी जेल अधिकारियों से मेन्यू में बदलाव की अपील करते हैं। ऐसे में षष्ठी से लेकर दशमी (दुर्गा पूजा की शुरुआत और अंत) तक, जेल अधिकारी कैदियों (चाहे वे दोषी हों या विचाराधीन) के खाने में बदलाव लाने की कोशिश करते हैं। अधिकारियों का कहना है कि त्योहारी सीजन से कुछ महीने पहले आहार का एक छोटा सा हिस्सा बचाकर ऐसा किया जाता है ताकि कोई अतिरिक्त लागत न आए।

माछेर माथा दिए पुई शाक (मछली के सिर के साथ मालाबार पालक), माछेर माथा दिए दाल (मछली के सिर के साथ बंगाली मूंग दाल), लूची छोलार दाल (बंगाली चना दाल के साथ पूड़ी), पायेश (खीर), चिकन करी, आलू पोतोल चिंगरी (परवल और आलू के साथ बंगाली झींगा), रायता के साथ मटन बिरयानी, बसंती पुलाव (काजू और किशमिश के साथ घी से लथपथ मीठा पीला पुलाव) – ये पश्चिम बंगाल की जेलों में कैदियों को इस दुर्गा पूजा में परोसे जा रहे स्पेशल मेन्यू में शामिल हैं।

कैदियों के लिए त्योहारों के दौरान मेन्यू में बदलाव

बैरकपुर उप-सुधार गृह के एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा, “जेल सुधार गृह हैं। त्योहारों से पहले, कैदी बेहतर भोजन के लिए हमें पत्र लिखते हैं। इस साल के मेन्यू के साथ, हम सुधार प्रक्रिया के हिस्से के रूप में कैदियों के बीच मुस्कान लाने की उम्मीद करते हैं।”

बर्दवान केंद्रीय सुधार गृह के एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने कहा, “जेल कैंटीन में रसोइये और सहायक के रूप में काम करने वाले कैदी पांच दिनों के उत्सव के लिए व्यंजन बनाएंगे।”

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अलीपुर सुधार गृह जिसे प्रेसीडेंसी सेंट्रल जेल के नाम से भी जाना जाता है, के एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “दशमी के दिन हम अपने लंच में बिरयानी परोसने की योजना बना रहे हैं । अष्टमी के दिन कैदियों के लिए खिचड़ी, लबरा, लूची आलू दम और पायेश होंगे। अन्य त्यौहारों (षष्ठी, सप्तमी और नवमी) पर चावल और सब्जियों के अलावा, हम मटन कोशा, चिकन करी और मछली करी परोसेंगे। मिठाई के लिए, हमारे पास आइसक्रीम होगी।”

आरजी कर मेडिकल कॉलेज, अस्पताल बलात्कार और हत्या के साथ ही फाइनेंशियल स्कैम में आरोपी संदीप घोष के अलावा, प्रेसीडेंसी जेल में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक (वे क्रमशः स्कूल भर्ती और राशन घोटाले में आरोपी हैं) भी बंद हैं। इस साल बैरकपुर जेल के कैदियों के लिए मेन्यू में बेगुन भाजा (बैंगन फ्राई), मिर्च मछली, जलेबी, और कतला माछेर कालिया जैसे व्यंजन शामिल हैं।

(इनपुट-इंडियन एक्सप्रेस)