स्वीटी कुमारी। रामनवमी जुलूस के दौरान पश्चिम बंगाल से फिर से साम्प्रदायिक हिंसा की खबरें आई हैं। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ़्तार किया है। ये घटना हुगली जिले के तेलिनीपारा इलाके में हुई है। इस क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग बहुतायात में रहते हैं। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार (7 अप्रैल) रात को दंगाइयों ने कई दुकानों को जला दिया, एक दूसरे के ऊपर देशी बमों से हमला किया और सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इस घटना में कई लोगों को चोट आई है, प्रशासन ने इलाके में भारी सुरक्षा बंदोबस्त कर दिया है, और सभी संदिग्ध तत्वों पर निगाह रखी जा रही है। अभी इलाके में हालात नियंत्रण में है।
पुलिस के मुताबिक हिंसा की ये घटना तब हुई जब हिन्दु समुदाय के लोग रामनवमी का जुलूस लेकर तेलिनीपारा इलाके से गुजर रहे थे। जब ये जुलूस राजाबाजार इलाके में पहुंचा तो एक समुदाय के लोगों ने जुलूस को रोक दिया और आगे नहीं बढ़ने दिया, इस बात को लेकर दोनों समुदाय के लोगों के बीच तकरार हुई। जल्द ही दोनों समुदाय के और भी लोग पहुंच गये और एक दूसरे के ऊपर पत्थर चलाने शुरू कर दिये, देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गया, उन्मादी ने दुकानों और घरों में आग लगानी शुरू कर दी। मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची, साथ ही दमकल की गाड़ियों को भी बुलाया गया। पुलिस ने दंगाई भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। बड़ी देर तक मशक्कत के बाद पुलिस इन असामाजिक तत्वों पर काबू पा सकी। हुगली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दंगा करने के आरोप में 10 स्थानीय लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
बता दें कि इस साल पश्चिम बंगाल में आरएसएस और बीजेपी समर्थित संगठनों ने राज्य में जोर-शोर से रामनवमी का जुलूस निकाला है। सीएम ममता बनर्जी ने तब कहा था कि रामनवमी का यह जुलूस राज्य में ध्रुवीकरण करने की बीजेपी की कोशिश है, ताकि चुनावों में बीजेपी इसका फायदा उठा सके। भारतीय जनता पार्टी ने पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है, और पार्टी जोर-शोर से हिन्दुत्व के मुद्दे पर राज्य सरकार पर हमला कर रही है।