नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 में सत्ताधारी बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के प्रदर्शन से राजनीतिक पंडितों को चौंकने पर मजबूर कर दिया था। बीजेपी ने यहां 18 सीटें पाकर तृणमूल चीफ ममता बनर्जी के गढ़ में जबर्दस्त सेंध लगाई। ऐसे में ये उम्मीद की जा रही थी कि मोदी सरकार के कैबिनेट में बंगाल को खास तरजीह मिलेगी। हालांकि, सरकार में बंगाल से सिर्फ दो मंत्रियों को शामिल किया गया है। पार्टी और सरकार के इस फैसले पर बंगाल बीजेपी चीफ दिलीप घोष ने खुलकर असंतोष जाहिर किया है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक, दिलीप घोष ने कहा कि उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार में बंगाल से 5 से 6 मंत्रियों की उम्मीद थी और वह महज 2 मंत्रियों से संतुष्ट नहीं हैं।

दिलीप घोष ने खुद मिदनापुर सीट पर जीत दर्ज की है। द टेलिग्राफ में प्रकाशित खबर के मुताबिक, बंगाल बीजेपी प्रमुख ने कहा, ‘मेरी गुरुवार को रामलाल जी (संगठन महासचिव) जी से बात हुई थी। मैंने मंत्री पद को लेकर हमारी आकांक्षाओं से उन्हें अवगत कराया था। मैंने कहा कि जब हमारे बस दो सांसद थे तो दोनों को मंत्री पद मिले। अब जब हमारे पास 18 सांसद हैं तो भी हमें उतने ही पद मिले।’ घोष ने कहा कि उन्हें कम से कम 5 से 6 मंत्री बनाए जाने की उम्मीद थी। बता दें कि बंगाल से बाबुल सुप्रियो और देवश्री मुखर्जी को मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया है। दोनों ने राज्यमंत्री के तौर पर गुरुवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली।

अंग्रेजी अखबार ने बीजेपी सूत्रों के हवाले से बताया कि नॉर्थ बंगाल के बीजेपी नेता एक से ज्यादा राज्यमंत्री पद की उम्मीद कर रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि इस क्षेत्र से पार्टी के 7 नेता निर्वाचित होकर लोकसभा पहुंचे हैं। रायगंज से निर्वाचित देवश्री चौधरी को चतुष्कोणीय मुकाबले में जीत मिली है। देवश्री को मंत्री पद मिला, लेकिन अलीपुर द्वार से जॉन बारला और जलपाईगुड़ी से जयंत रॉय के नाम पर भी अटकलें चल रही थीं। उधर, राज्य के नेता इस बात से भी निराश हैं कि साउथ बंगाल से उन्हें बाबुल के तौर पर सिर्फ एक प्रतिनिधि मिला। बाबुल ने आसनसोल सीट पर जीत दर्ज की है। उधर, बंगाल महिला मोर्चा ने भी इस बात पर नाखुशी जताई कि उनकी स्टेट प्रेसिडेंट और हुगली से निर्वाचित लॉकेट चटर्जी को मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली।

कैबिनेट में जगह न मिलने के बारे में पूछे जाने पर दिलीप घोष ने कहा, ‘मैं कभी भी केंद्र सरकार का हिस्सा नहीं बनना चाहता था। मैं संगठन का आदमी हूं। मेरा बंगाल के लिए मिशन खत्म नहीं हुआ। मेरा फोकस बंगाल में में बीजेपी की सरकार सुनिश्चित करना है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘केंद्रीय मंत्रीमंडल में एंट्री के दरवाजे अभी बंद नहीं हुए। हमें उम्मीद है कि मोदीजी और अमितजी न्याय करेंगे। 2014 में, शुरुआत में बंगाल से कोई मंत्री नहीं था। बाद में दोनों सांसदों को सरकार में शामिल किया गया।…हम बेहतर की उम्मीद करते हैं।’