बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि पुलिस उनके पूरे परिवार का एनकाउंटर करने की योजना बना रही है। अर्जुन सिंह का कहना है कि पुलिस उनकी, पत्नी और बेटे पवन की हत्या करना चाहती है। उनके बेटे पावन भाटपारा से विधायक हैं। बैरकपुर के सांसद ने कोलकाता के पास भाटपारा में अपने घर के बाहर पुलिस का एक वीडियो ट्वीट किया, इस दौरान वह नादिया जिले में थे।

अर्जुन ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जिक्र करते हुए ट्वीट में लिखा “तिलमिलाई दीदी! मैं अभी नदिया जिले में बीजेपी कार्यकर्ता की शोक सभा में आया हूं, पता चला है कि मेरे घर पर फिर पुलिस पहुंची है। पुलिस किसी तरह से मेरा, भाटपाड़ा से विधायक मेरे पुत्र व अन्य परिजनों का एनकाउंटर करने के फिराक में है। दीदी, सत्ता जाने के डर से और कितना नीचे गिरेंगी?’ पुलिस की एक टीम सांसद के भतीजे की तलाश उनके घर पर आई थी। अर्जुन ने यह ट्वीट पुलिस के जाने के कुछ घंटे बाद किया है।

पुलिस की टीम को सिंह की सुरक्षा के लिए तैनात अर्धसैनिक बल के जवानों ने अंदर जाने नहीं दिया। पुलिस अधिकारियों के पास अर्जुन के घर का सर्च वारंट भी नहीं था। बेटे पावन सिंह ने कहा “मैंने पुलिस से कहा कि आप घर की तलाशी नहीं ले सकते, क्योंकि आपके पास वारंट या सबूत नहीं है।” पावन ने बताया कि पुलिस ने कहा कि वे उन्हें सबूत नहीं दिखा सकते। इसपर पावन ने पुलिस से कहा “आप एक विधायक से बात कर रहे हैं और आप एक विधायक और एक सांसद के घर आए हैं। ऐसे कैसे आप घर की तलाशी ले सकते हैं। मैं आपको इसकी अनुमति नहीं दे सकता।”

इसे लेकर बीजेपी नेता और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने भी ट्वीट किया है। कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर लिखा , ‘पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के घर को आज फिर पुलिस ने घेर लिया। आशंका है कि पुलिस उनका और उनके विधायक पुत्र पवन सिंह का एनकाउंटर करना चाहती है। ममताजी यदि पुलिस ने ऐसी कोई कोशिश भी की तो इसके परिणाम गंभीर होंगे।’

बता दें एक समय था जब अर्जुन सिंह की गिनती टीएमसी के बड़े नेताओं होती थी। वह टीएमसी हिंदी विंग के अध्यक्ष रह चुके हैं और टीएमसी के टिकट पर चार बार विधानसभा चुनाव भी जीते हैं। 2019 में अर्जुन सिंह टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे।