पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले वार-पलटवार का दौर जारी है। हालही में राज्य की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने खुद को रॉयल बंगाल टाइगर कहा था। उन्होंने कहा था कि जब तक ज़िंदा रहूंगी रॉयल बंगाल टाइगर की तरह रहूंगी। उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्य प्रमुख दिलीप घोष ने हमला किया है।
दिलीप घोष ने कहा ” ममता बनर्जी खुद को रॉयल बंगाल टाइगर मानती हैं। असली बाघ खुद को बाघ नहीं कहते। अब उनकी स्थिति एक बिल्ली जैसी है। यहां तक कि उनकी पार्टी के सदस्य और प्रशासनिक अधिकारी भी उनसे नहीं डरते।” घोष ने कहा कि ममता की पार्टी के सारे खिलाड़ी हमारी टीम में हैं, ऐसे में तृणमूल के लिए कोई भी खेल दिखाना असंभव है। इससे पहले उन्होने कहा था कि बीजेपी की परिवर्तन यात्रा पर हमले किए जा सकते हैं।
दिलीप घोष के मुताबिक, बीजेपी को सांप्रदायिक पार्टी साबित करने के लिए साजिश के तहत कई जगहों पर रथयात्रा को निशाना बनाए जाने की आशंका है। दिलीप घोष के मुताबिक, टीएमसी चुनाव से पहले माहौल खराब करना चाहती है।
वहीं ममता ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा था कि गुजरात नहीं, बंगाली ही बंगाल पर शासन करेगा। बीजेपी जमींदारों की पार्टी है. इनको लूटने नहीं दूंगी. नोटबंदी के बाद घरों में बंदी बनाकर रखा है। ममता ने पीएम को भी घेरा था। ममता ने कहा था कि पीएम मोदी बंगाल में आकर कहते हैं कि बंगाल में सरकारी कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिलती है। कौन से सरकारी कर्मचारी को सैलरी नहीं मिली है जरा दिखाएं मोदी बाबू। केंद्र सरकार बीएसएनएल, गेल क्यों बंद कर रही है?