हली बार ट्रांसजेंडरों का एक समूह कोलकाता के एक मतदान केंद्र पर मतदान प्रक्रिया का प्रभारी होगा। यह समाज के सभी वर्गों को चुनाव प्रक्रिया में शामिल करने की पहल का हिस्सा है और चुनाव आयोग ने दक्षिण कोलकाता में एक मतदान केंद्र को चुना है जहां 30 अप्रैल को मतदान होगा। इस केंद्र पर ट्रांसजेंडर चुनावकर्मी के रूप में तैनात किए जाएंगे। वैसे संबंधित मतदान केंद्र और निर्वाचन क्षेत्र का नाम अबतक नहीं बताया गया है।
कोलकाता दक्षिण की जिला निर्वाचन अधिकारी स्मिता पांडे ने कहा, ‘‘ट्रांसजेंडर समाज द्वारा बहिष्कार किये जाने के डर से सामने नहीं आते। हम चाहते हैं कि वे सामने आएं। यह पूरे तृतीय लिंग को सामने आने और सभी के सामने अपनी पहचान का खुलासा करने का संदेश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा विचार है कि यह काम हो जाए और जो भी सरकारी कर्मचारी यह करने में समर्थ हो, उसे हम तैनात कर सकते हैं। लेकिन इस बार हमने ट्रासंजेंडरों को अपने साथ लेने का फैसला किया है।’’
पश्चिम बंगाल के ट्रांसजेंडर विकास बोर्ड का हिस्सा रह चुकीं पांडे ने कहा कि इस समुदाय के साथ काम के दौरान उन्होंने उन्हें दूसरों की भांति ही योग्य पाया। उन्होंने कहा, ‘‘बात बस इतनी है कि उन्हें पर्याप्त मौके नहीं मिल रहे हैं। चुनाव प्रक्रिया में यह समावेशन उनके सामाजिक इंजीनियरिंग के अनुभव का हिस्सा है।’’
एसोसिएशन ऑफ ट्रांसजेंडर-हिजरा इन बंगाल (एटीएचबी) के प्रमुख रंजीता सिन्हा ने यह कहते हुए इस कदम का स्वागत किया कि, ‘‘हम यह सुनकर खुश हैं कि वे हमारे बारे में सोच रहे हैं। यह इस समुदाय के सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम है।’’