West Bengal : बंगाल (West Bengal) के जलपाईगुड़ी जिले (Jalpaiguri district) में एक व्यक्ति को अपनी मां के शव को अपने कंधों पर ढोने के लिए मजबूर होना पड़ा। क्योंकि एंबुलेंस ने तयशुदा शुल्क से दोगुना ज्यादा पैसा मांग लिया। शख्स का नाम जय कृष्ण दीवान बताया जा रहा है। अस्पताल में अपनी मां की मौत के बाद अस्पताल के एंबुलेंस में ले जाने के लिए 3 हजार रुपए की मांग की गई। शख्स के पास एंबुलेंस को देने के लिए पैसा नहीं थे तो उसने मां की लाश को कंधे पर कपड़े में बांधकर 50 किलोमीटर दूर श्मशान की ओर चलने का फैसला किया।
एंबुलेंस ने मांगा ज्यादा पैसा
मीडिया से बात करते हुए जय कृष्ण दीवान ने कहा कि एंबुलेंस चालक ने शव को शवगृह में ले जाने के लिए 3,000 रुपये की मांग की थी जबकि जब वह अपनी मां को अस्पताल लेकर आया तो एंबुलेंस ने लगभग 900 रुपये चार्ज किए थे। उन्होने कहा कि हमने उनसे थोड़ा पैसा बढ़ाने और शरीर को घर ले जाने में मदद करने कीम मदद मांगी थी हालांकि वे हिले नहीं। मैं बेबस था और मुझे अपनी मां का शव उठाना पड़ा। इसके बाद उन्होने अपनी मां के शव को 50 किलोमीटर दूर अपने गांव ले जाने का फैसला किया था।
इलाज के दौरान हो गया था मां का निधन
जय कृष्ण दीवान की मां लक्ष्मीरानी दीवान का निधन जलपाईगुड़ी जिले के क्रानी प्रखंड में हुआ था। लक्ष्मीरानी दीवान को बुधवार को जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई थी। परिजन का दावा है कि स्थानीय एंबुलेंस को शव ले जाने के लिए तीन हजार रुपये की मांग की, लेकिन उनके पास इतनी राशि नहीं थी कि वे एंबुलेंस की रकम का भुगतान कर सके. इसलिए बेटा और पति मृतक के पार्थिव शरीर को कंधे पर लादकर श्मशान पहुंचाने का रास्ता चुना।
जलपाईगुड़ी से क्रांति की दूरी करीब पचास किलोमीटर है मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में नि:शुल्क सेवा का प्रावधान है, लेकिन प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं। अस्पताल के भीतर निजी एंबुलेंस और एंबुलेंस सेवा मुहैया कराने वालों के दाम बढ़ाने पर भी सवाल उठ रहे हैं. अंतत: खबर स्वयंसेवी संस्था तक पहुंची।