बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 45 लाख 40 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग से बुधवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 जिलों – शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार – में अब तक 78 लोगों की मौत हुई है जबकि 45 लाख 40 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। वहीं असम में बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है और करीब 54 लाख लोग विस्थापित हुए हैं।
बिहार में बाढ़ से अब तक 78 लोगों की मौत हुई है जिसमें सीतामढी में 18, मधुबनी में 14, अररिया में 12, शिवहर एवं दरभंगा 9-9, पूर्णिया में 7, किशनगंज में 4 और सुपौल में 3 मौतें हुई हैं। बाढ़ प्रभावित इन 12 जिलों में कुल 130 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां एक लाख 13 हजार से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं और उनके भोजन की व्यवस्था के लिए 1119 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीमें तैनात की गई हैं तथा 125 मोटरबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है।
केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार की कई नदियां – गंडक, बूढी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी – विभिन्न स्थानों पर आज सुबह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं। भारत मौसम विभाग के अनुसार, बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में शुक्रवार की सुबह तक हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
असम में बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है और करीब 54 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। राज्य के 33 में से 28 जिले अब भी भीषण बाढ़ की चपेट में हैं, हालांकि शिवसागर में जलस्तर में कुछ कमी आई है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य पानी में डूबे हुए हैं और ब्रह्मपुत्र तथा इसकी सहायक नदियां गुवाहाटी समेत कई स्थानों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के शाम के बुलेटिन के अनुसार, धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, दरांग, उदालगिरी, बक्सा, बारपेटा, नलबाड़ी, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुब्री समेत 28 जिलों में 53,52,107 लोग प्रभावित हुए हैं।