केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी है। वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान ने शुक्रवार (17 जून, 2022) को संगरूर कहा कि हम सैनिकों को किराए पर नहीं रख सकते। केवल 21 साल की उम्र में हम उन्हें पूर्व सैनिक कैसे बना सकते हैं?
मान ने आगे कहा कि वे कठोर परिस्थितियों में देश की रक्षा करते हैं। राजनेता कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं, केवल सैनिक होते हैं, जनता जो सेवानिवृत्त होती है … हमें किराए पर सेना की आवश्यकता नहीं है। अग्निपथ योजना को वापस लेना चाहिए। हम इसका विरोध करते हैं। हमें फौज़ किराए पर नहीं चाहिए। हमारे लड़के फौज़ में जाना चाहते हैं, उनकी देशभक्ति का सम्मान करें। जब तक वे देश की रक्षा करने में सक्षम हैं तब तक उन्हें काम करने दें।
‘अग्निपथ’ के विरोध पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करना एक अधिकार है, लेकिन आगजनी और हिंसा का सहारा लेना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंसा में शामिल पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
तमाम विरोधों के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया कुछ ही दिनों में शुरू होने जा रही है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना भारत के नौजवानों को देश की रक्षा व्यवस्था से जोड़ने और देश की सेवा करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि पिछले दो साल से सेना में भर्ती की प्रक्रिया नहीं होने की वजह से कई नौजवानों को सेना में जाने का मौका नहीं मिला। ऐसे में पीएम मोदी के अनुमोदन पर अग्निवीरों की भर्ती की आयुसीमा को इस बार बढ़ाकर 21 से 23 साल किया गया है, जिससे कई नौजवानों को अग्निवीर बनने की प्रात्रता मिल जाएगी। उन्होंने देश के नौजवानों से कहा कि सेना में भर्ती की तैयारी करें और उसका लाभ उठाएं।
अग्निपथ योजना पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार ये क्यों नहीं कहती कि हम वेतन और पेंशन नहीं दे सकते, इससे हमारी वित्तीय हालात बदतर होती जा रही है इसलिए ये पैसा बचाने के लिए अगली पीढ़ी के नौजवान जो सेना में भर्ती होना चाहते हैं उनके भविष्य से हम खिलवाड़ कर रहे हैं।