केरल के वायनाड में विनाशकारी लैंडस्लाइड ने सैकड़ों घर बर्बाद कर दिए, कई लोगों की जान गई। अब उस त्रासदी के बाद जिंदगी तो फिर पटरी पर लौटने की कोशिश कर रही है, लेकिन कुछ परिवारों के लिए दुखों के पहाड़ अभी खत्म नहीं हुए हैं। केरल की रहने वाली श्रुति ने वायनाड आपदा में अपना पूरा परिवार गंवा दिया था, अब मंगलवार को एक सड़क दुर्घटना में उसके मंगेतर की भी मौत हो गई। एक झटके में पूरा परिवार खत्म हो गया।
लड़की जिसने सबकुछ गंवा दिया
श्रुति अपने मंगेतर जेंसन को पिछले 10 सालों से जानती थी, गहरे दोस्त थे, विचार मिलते हैं, ऐसे में अलग धर्म और जाति होने के बावजूद भी परिवार शादी करवाने को मान चुके थे। इसी साल दिसंबर में दोनों शादी के बंधन में बंधने की तैयारी कर रहे थे, रिश्तेदारों ने अपने स्तर पर प्लानिंग भी शुरू कर दी थी, लेकिन किसी को नहीं पता था कि वायनाड त्रासदी के बाद एक और हादसा उनके दरवाजे पर दस्तक देने वाला है।
मंगलवार को श्रुति अपने मंगेतर और कुछ दूसरे साथियों के साथ गाड़ी से जा रही थी, तभी कलपेट्टा इलाके में उनके वाहन की एक बस से टक्कर हो गई। उस टक्कर में श्रुति के दोस्तों को ज्यादा चोटें नहीं आईं, लेकिन मंगेतर जेंसन गंभीर रूप से घायल हुआ। उसे वेंटिलेटर पर रखने की नौबत आ गई, वो कई घंटों तक लड़ता रहा, लेकिन फिर उसने भी श्रुति का साथ छोड़ दिया। जो दोस्ती स्कूल टाइम में शुरू हुई थी, जिसने बाद में प्यार का रूप लिया, वो सब एक झटके में खत्म हो गया।
साथ रहने का वादा बीच में ही टूट गया
पिछले महीने ही वायनाड त्रासदी के बाद एक टीवी चैनल को इंटरव्यू में जेंसन ने काफी शिद्दत से बताया था कि वो श्रुति के लिए क्या करना चाहता है। उसने कहा था कि दस सालों से हम दोस्त हैं। अब बिल्कुल शुरुआत से ही सबकुछ फिर शुरू करना पड़ेगा, लेकिन हम साथ में खुश रहेंगे। मैं उसे अकेला नहीं छोड़ूंगा, हमेशा उसे अपने दिल के करीब रखूंगा। हमारा सपना अब एक घर और श्रुति के लिए नौकरी है। मेरी मौत के बाद वो अकेले नहीं पड़ जानी चाहिए। अब इसे पहले से ही होने वाला अहसास बोलें या मौत का डर, जेंसन, श्रुति की चिंता तो करता था, लेकिन वो खुद को लंबा जीता नहीं पा रहा था।
एक इंटरव्यू में जेंसन ने बोला था कि वो वॉटर टैंक साफ करने का काम करता है, कई मौकों पर स्लिप कर बिल्डिंग से गिर चुका है, उसे नहीं पता कि वो कब तक जिंदा रह पाएगा। लेकिन उसे बस अपनी श्रुति का भविष्य सुरक्षित चाहिए था, उसके लिए एक अच्छी नौकरी की चाह रखता था। लेकिन क्या अब श्रुति बिना जेंसन के, बिना अपने करीबियों के आगे बढ़ पाएगी? उसकी शादी के लिए जो 4 लाख रुपये रखे गए थे, वायनाड तबाही में वो भी स्वाहा हो गए। ऐसे में श्रुति के लिए आगे की राह चुनौतियों से भरी रहने वाली है, उसे भी अब जीने के लिए नई उम्मीद की तलाश है।
Shaju Philip की रिपोर्ट