2006 के मुंबई आतंकी विस्फोट मामले में बरी किए गए स्कूल शिक्षक वाहिद शेख अब लोगों को मुफ्त में कानूनी सलाह दे रहे हैं। बता दें कि वाहिद जब जेल में थे तब ही उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई शुरू कर दी थी। वहीं सभी आरोपों से बरी होने के बाद उन्होंने वापस स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया था।
कौन हैं वाहिद शेख: बता दें कि 2006 मुंबई आतंकी विस्फोट मामले में वाहिद शेख आरोपी थे लेकिन ट्रायल के बाद 2015 में उन्हें बरी कर दिया गया था। वहीं बरी होने के बाद वाहिश ने फिर से बतौर शिक्षक पढ़ना शुरू कर दिया औऱ साथ ही लॉ की डिग्री प्राप्त की।
जेल में की पढ़ाई: वाहिद बताते हैं कि जेल में ही उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई शुरू कर दी थी चूकिं उन्हें लगा कि उन्हें अपना केस लड़ने में इससे मदद मिल सकेगी। वहीं बाद में उन्हें एलएलबी की डिग्री भी मिल गई। डिग्री मिलने के बाद वाहिद ने फैसला किया है कि वो अब उन सभी को मुफ्त कानूनी सलाह देंगे जिसे इसके जरूरत होगी।
Wahid Sheikh: I also penned a book on my experiences while in jail, which was published by a Delhi based publishing house in 2016. (13/3) pic.twitter.com/ImS51Lvmag
— ANI (@ANI) March 13, 2019
जेल में लिखी ‘बेगुनाह कैदी’: बता दें कि जेल में ही वाहिद ने एक किताब भी लिखी थी जिसका नाम है ‘बेगुनाह कैदी’। बता दें कि 2016 में यह किताब छपी थी। ‘बेगुनाह कैदी’ हिंदी और उर्दू में छपी थी जिसे दिल्ली के एक पब्लिशिंग हाउस ने छापा था। वहीं किताब के बारे में वाहिद कहते हैं कि उन्हें उम्मीद है कि जेल में उनके रहने का तजुर्बा उन सभी के काम आएगा जो निर्दोष हैं और बिना किसी गलती के अब भी जेल में हैं।
वकालत नहीं कर सकते वाहिद: बता दें कि वाहिद शेख ने लॉ की डिग्री पूरी कर ली है लेकिन वो सरकारी स्कूल में शिक्षक है और बार कमीशन ऑफ इंडिया के नियमों के मुताबिक इस वजह से वो वकालत नहीं कर सकते हैं।