कोरोना संकट के बीच गुजरात के एक अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में नर्सिंगकर्मी और कुछ सुरक्षा कर्मचारी एक कोरोना पेशेंट को पटक कर मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो राज्य सरकार द्वारा संचालित पंडित दीनदयाल उपाध्याय (पीडीयू) अस्पताल के परिसर में एक कोविड समर्पित अस्पताल का है।

इस घटना के बारे में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कर्मचारी उस मरीज को मार नहीं रहे थे बल्कि हिस्टीरिया के चलते अनियंत्रित हो जाने के बाद रोगी को रोक रहे थे। 55-सेकंड के वीडियो में एक पैरामेडिक को मरीज को जमीन में पटकते हुए देखा जा सकता है। मरीज जमीन पर लेता हुआ है और कर्मचारी उसकी छाती पर अपना घुटना रखे हुए है और उसके बल से उसे दबाये हुए है।

सफेद पीपीई पहने हुए पैरामेडिक को रोगी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मैंने तुमसे कहा था ये नहीं करने। वहीं मरीज बार बार उसे रुकने के लिए कह रहा है। पैरामेडिक को यह कहते हुए भी सुना जाता है कि पुलिसकर्मी आ रहे है। वहीं मरीज स्वास्थ कर्मियों की पकड़ ने निकालने की कोशिश करता है। इसी बीच पैरामेडिक मरीज को थप्पड़ भी मारता है।

वहीं पीछे से एक महिला कर्मचारी को यह बोलते हुए सुना जा सकता है कि “कोरोना के चलते तुम्हें कुछ नहीं होगा।” यह वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और स्थानीय टीवी चैनलों ने भी इसे प्रसारित किया, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन को यह स्पष्ट करना पड़ा कि कर्मचारी केवल मरीज को रोक रहे थे। मरीज की पहचान 38 वर्षीय प्रभाशंकर पाटिल के रूप में की गई है।

पीडीयू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ पंकज बुच ने मीडियाकर्मियों को बताया कि मरीज कोरोना पॉज़िटिव है। इसके अलावा उसे मधुमेह और उच्च रक्तचाप भी है। हमारे मनोचिकित्सा विभाग ने बताया कि उन्हें हिस्टीरिया भी है जिसके चलते वे यहां-वहां भागने लगे। जिसके बाद उन्हें कंट्रोल में किया गया।