लोकसभा चुनाव 2019 खत्म होने के बाद भी पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी समर्थकों के बीच हिंसक संघर्ष जारी है। बीजेपी ने शनिवार (8 जून) को दावा किया है कि दक्षिण-पूर्व कोलकाता से करीब 75 किलोमीटर दूर स्थित नॉर्थ 24 परगना जिले में टीएमसी कार्यकर्ताओं के साथ हिंसक संघर्ष हुआ। इसमें बीजेपी के 2 नेताओं और एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। वहीं, 5 कार्यकर्ता लापता हैं। उधर, टीएमसी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला करने और अपने समर्थकों की हत्या करने का आरोप लगाया है। कोलकाता पुलिस ने शनिवार शाम तक सिर्फ एक मौत होने की पुष्टि की। साथ ही, कहा है कि यह आंकड़ा बढ़ सकता है। एक स्थानीय पुलिस अफसर ने द संडे एक्सप्रेस को बताया कि एक शख्स की मौत हो गई है। वहीं, कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। अनुमान है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
इस वजह से हुआ विवाद: सूत्रों का कहना है कि संदेशखाली के नजत इलाके में एक पार्टी का झंडा हटाने को लेकर विवाद शुरू हुआ। इसके बाद बम फेंके गए और फायरिंग की गई। बता दें कि संदेशखाली बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यहां टीएमसी की नुसरत जहां रूही ने बीजेपी के सायंतन बसु को हराया था। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत दर्ज की।
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टीएमसी ने लगाया यह आरोप: टीएमसी का दावा है कि उनकी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता शनिवार को बूथ लेवल की मीटिंग कर रहे थे। टीएमसी के नॉर्थ 24 परगना जिलाध्यक्ष ज्योतिप्रिय मौलिक ने बताया कि बीजेपी के 10-12 कार्यकर्ता अचानक बैठक में घुस आए। उन्होंने हमारे कार्यकर्ता कयूम अली मोला (26) को प्वाइंट ब्लैंक पर शूट कर दिया गया। इसके बाद वे उन्हें घसीटते हुए बाहर ले गए और कई बार चाकू से वार किए। मौलिक ने आरोप लगाया कि बीजेपी के 3 सांसदों ने संदेशखाली का दौरा किया था और अपने कार्यकर्ताओं को टीएमसी समर्थकों की हत्या करने का निर्देश दिया था। मौलिक ने कहा कि हम नहीं चाहते कि किसी की मौत हो, लेकिन हम उन्हें आसानी से नहीं छोड़ेंगे। अब बहुत हो चुका। हम इसका जवाब जरूर देंगे। मौलिक ने दावा किया कि टीएमसी के 2 कार्यकर्ता लापता हैं। उन्होंने उन दोनों की हत्या होने की आशंका भी जताई।
बीजेपी ने किया यह दावा: उधर, बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि मौली की मौत टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी समर्थकों पर की गई फायरिंग की वजह से हुई। बीजेपी के प्रदेश महासचिव बसु ने बताया कि टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या बीजेपी ने नहीं की। हालांकि, उस फायरिंग में हमारे 3 कार्यकर्ता प्रदीप मोंडाल, तपन मोंडाल और सुकांतो मोंडाल की मौत हो गई। शनिवार दोपहर से इलाके में तनाव है। बीजेपी नेताओं ने बताया कि प्रदीप मोंडाल बीजेपी के एससी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष थे। तपन मोंडाल शक्ति केंद्र के प्रमुख थे और सुकांतो मोंडाल पार्टी कार्यकर्ता थे।
मुकुल रॉय ने किया ट्वीट: इस घटना के संबंध में बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, ‘‘संदेशखाली में टीएमसी के गुंडों ने बीजेपी के 3 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी। बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही हिंसा के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं। हम गृह मंत्री अमित शाह जी से संदेशखाली में हुई हत्याओं पर संज्ञान लेने के लिए कहेंगे।’’