पश्चिम बंगाल में मई महीनें की शुरुआत में ही पंचायत चुनाव होने हैं, जिसके लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया चल रही है। इसी बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के सैंकड़ों कार्यकर्ता तलवार और फरसा आदि हथियार लेकर खुलेआम रैली निकाल रहे हैं। यह घटना पश्चिम बंगाल के बीरभूल जिले के बोलपुर इलाके की है, जहां टीएमसी के कार्यकर्ता बाइकों पर सवार होकर हाथ में पार्टी का झंडा, तलवार और फरसा जैसे हथियार लेकर शहर भर में रैली निकाल रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि खुद ममता बनर्जी ने कुछ दिनों पहले आदेश दिया था कि किसी को भी राज्य में हथियार लेकर रैली निकालने की अनुमति नहीं होगी, लेकिन उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता इस आदेश की धज्जियां उड़ाते नजर आए। बता दें कि आज पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के लिए नॉमिनेशन करने का आखिरी दिन है।
माना जा रहा है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों को डराने के उद्देश्य से हथियार लेकर यह रैली निकाली। इस दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं की रैली सरकारी अधिकारियों के कार्यालयों के बाहर से भी निकली, लेकिन प्रशासन की ओर से किसी के भी खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गई, टीएमसी कार्यकर्ता इस दौरान खुलेआम हथियार लेकर सड़कों पर घूमते नजर आए। इससे पहले भाजपा की ओर से शिकायत की गई थी कि टीएमसी द्वारा उनके नेताओं को पंचायत चुनाव के लिए नॉमिनेशन करने से रोका जा रहा है। जिसके बाद बीजेपी ने नॉमिनेशन करने की डेडलाइन को बढ़ाने की मांग की थी। इस पर सोमवार शाम को राज्य चुनाव आयोग ने घोषणा करते हुए पंचायत चुनावों के लिए नॉमिनेशन करने की प्रक्रिया मंगलवार शाम 3 बजे तक बढ़ाने का फैसला किया था।
#WATCH TMC workers were seen brandishing weapons during a bike rally in Bolpur. pic.twitter.com/uG1Fk7TiRg
— ANI (@ANI) April 10, 2018
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव तीन चरणों में 1 मई से लेकर 5 मई तक संपन्न कराए जाएंगे। वहीं वोटों की गिनती 8 मई को की जाएगी। इस दौरान 48,650 ग्राम पंचायत सीट, 9,217 पंचायत समीति सीट और 825 जिला परिषद सीटों के लिए चुनाव होंगे। इन चुनावों में करीब 50.8 मिलियन वोटर्स वोट डालेंगे। यही वजह है कि इन पंचायत चुनावों को पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों में सत्ताधारी पार्टी द्वारा कई सीटें निर्विरोध जीती जाती हैं। इस बार भी सत्ताधारी सरकार की कोशिश है कि कई सीटों पर चुनाव निर्विरोध जीता जाए। पिछली बार साल 2013 के पंचायत चुनावों में टीएमसी ने 6,274 सीटें निर्विरोध जीती थी। माना जा रहा है कि इस बार यह आंकड़ा भी पार हो सकता है।