उत्तर प्रदेश में कानपुर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में पिछले दो वर्षों में हिंदू-मुस्लिम कपल से जुड़े मामलों की एक लिस्ट तैयार की गई है। इसमें डीएसपी रैंक के पुलिस अधिकारी की अध्यक्षता वाली नौ सदस्यीय टीम ‘लव जिहाद’ के आरोपों की जांच करेगी। दरअसल वीएसची सहित दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों ने क्षेत्र में कथित लव जिहाद के मामले सामने आने के आरोप लगाए हैं। इन कथित मामलों में से ताजा मामला एक युवती से जुड़ा हुआ है जिसमें उसने जज के सामने गवाही दी की उसने अपनी मर्जी से मुस्लिम युवक से विवाह किया।
कानपुर रेंज के महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया कि जांच में पता चलेगा कि क्या किया ऐसे मामलों से मुस्लिम युवाओं का कोई संबंध है। जांच टीम साजिश के एंगल से भी जांच करेगी क्या युवकों को विदेशों से फंड तो नहीं दिया जा रहा है। डीएसपी विकास कुमार पांडेय की अगुवाई में पुलिस टीम ऐसे 11 मामलों की जांच कर रही है। पुलिस जांच में कपल से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करना, उनके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज करना, साथ ही मुस्लिमों युवकों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच करना शामिल है। सूत्रों ने बताया कि इन युवकों के बैंक खातों की भी जांच की जाएगी।
इधर मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस तरह की जांच के लिए हाल ही में कुछ लोगों के एक समूह ने उनसे मुलाकात की थी। हालांकि उन्होंने अपनी पहचान उजागर करने से इनकार कर दिया, सिर्फ इतना बताया कि वो स्थानीय हैं। वहीं कानपुर एएसपी दीपक भुकर ने बताया कि टीम सिर्फ पड़ताल कर रही है ताकि ये पता लगाया जा सके कि इन मालमों के पीछे कोई योजना तो नहीं थी। टीम ने करीब एक सप्ताह पहले अपनी जांच शुरू की है और इसके जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है।
मामले में डीएसपी पांडेय ने बताया कि वो (लड़का-लड़की) कहां और कैसे मिले। क्या इन मामलों में किसी व्यक्ति ने बिचौलिए की भूमिका निभाई है? पुलिस की टीम उनके रिश्तेदारों और दोस्तों से भी जानकारी जुटा रही है। हम ये भी पता लगा रहे हैं क्या किसी मुस्लिम युवक ने अपनी असली पहचान छिपाई थी। हम ऐसे मामलों में शामिल किए गए युवकों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड का भी अध्ययन कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इन मामलों में एक मामला 21 वर्षीय युवती का भी शामिल है। जिसने जुलाई अपना घर छोड़ दिया था और कुछ दिन बाद अपना वीडियो शेयर किया, जिसमें उसने बताया कि उसने मुस्लिम युवक से विवाह किया है और अपना धर्म भी बदल लिया है। लड़की ने बताया कि उसके माता-पिता ने अपहरण की झूठी एफआईआर दर्ज करवाई है।