प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल फेरबदल से राजस्थान खासे फायदे में रहा। प्रदेश से दो मंत्रियों की छुट्टी कर मोदी ने चार सांसदों को मंत्री पद देकर राजस्थान को अहमियत दी है। मंत्री पद से हटाए गए सांवर लाल जाट की जगह इसी बिरादरी के सीआर चौधरी को मंत्री बना कर भाजपा अब जाटों की नाराजगी से बच गई है। सीआर चौधरी का नाम एनवक्त पर जाट समाज के दबाव में जोड़ा गया है।
केंद्र में अब बीकानेर के सांसद अर्जुनराम मेघवाल, पाली के पीपी चौधरी, नागौर के सीआर चौधरी के साथ ही प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य विजय गोयल को राज्यमंत्री बना कर भाजपा ने जातीय समीकरण का खेल खेला है। मंत्रिमंडल से हटाए गए निहाल चंद मेघवाल और सांवर लाल जाट की जगह उन्हीं की बिरादरी के सांसदों को मंत्री पद से नवाजा गया है। मंत्री बनाए गए सभी सांसद अच्छी शैक्षणिक योग्यता के साथ अपने समाजों पर भी पकड़ रखते हैं। नागौर के सांसद सीआर चौधरी के मंत्री बनने के पीछे रोचक जानकारी सामने आई है। उनका नाम शुरुआत में मंत्री बनने वालों की सूची में नहीं था। प्रदेश से अर्जुनराम मेघवाल और पीपी चौधरी के नाम ही मंत्री बनने वाली सूची में थे। भाजपा सूत्रों का कहना है कि पीपी चौधरी को जाट समाज से मान कर ही सूची में शामिल किया गया था, जबकि वो सिरवी समाज से है। इस मामले में प्रदेश के जाट नेताओं ने भाजपा आलाकमान तक यह संदेश पहुंचाया कि पीपी चौधरी जाट नहीं है। इसके बाद ही उच्च स्तर पर गतिविधियां चलीं। प्रदेश से जाट वर्ग से सात सांसद हैं और राजनीतिक तौर पर यह समाज ताकतवर है।
प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने भी जाट समाज के सांसद को मंत्री बनाए जाने का संदेश केंद्रीय स्तर पर पहुंचाया। सांवरलाल जाट को खराब स्वास्थ के चलते हटाना तय था। उनकी जगह भरने के लिए ही सीआर चौधरी को चुना गया। इस मामले में बाड़मेर के सांसद कर्नल सोनाराम मंत्री बनने की भागदौड़ में लगे थे। सोनाराम ने भाजपा अध्यक्ष को साफ कह दिया कि किसी जाट को मंत्री नहीं बनाया गया तो पार्टी का जनाधार कमजोर हो जाएगा।
इसके बाद ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से केंद्रीय नेतृत्व ने चर्चा कर नागौर सांसद सीआर चौधरी को मंत्री बनाने का फैसला किया। सीआर चौधरी पूर्व में आरएएस अधिकारी और राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे हैं। बीकानेर से दूसरी बार लोकसभा सदस्य बने अर्जुनराम मेघवाल पूर्व आइएएस अफसर रहे हैं और संसद में सबसे सक्रिय सांसद माने जाते हैं। संसद में साइकिल से जाने वाले मेघवाल ने अपने इलाके में सांसद सेवा केंद्र बना कर आम लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल की है। मंत्री बनाए गए पाली के सांसद पीपी चौधरी सुप्रीम कोर्ट में वकील है और सिरवी समुदाय के नेता हैं। दिल्ली की राजनीति करने वाले विजय गोयल राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। इसलिए उन्हें भी प्रदेश के कोटे से ही मंत्री माना जा रहा है। गोयल को मंत्री बनाने से प्रदेश के वैश्य समाज को संतुष्ट करने की नीति बनाई गई है।