प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान एक ब्रिटिश दैनिक में मोदी सरकार के खिलाफ लेख लिखने वाले ब्रिटिश वास्तुशिल्पी अनीश कपूर को राजस्थान सरकार के सांस्कृतिक बोर्ड से हटा दिया है। दो दिन पहले ही भाजपाशासित राज्य सरकार ने उन्हें बोर्ड में उन्हें नामित किया था।
राजे सरकार ने विवादास्पद वास्तुशिल्पी और 11 अन्य को जयपुर के जवाहर कला केंद्र (जेकेके) के शासकीय बोर्ड में सदस्य के रूप में 16 नवंबर को नामित किया था। 12 नवंबर को गार्डियन में छपे कपूर के मोदी विरोधी लेख में ‘असहिष्णुता’ के मुद्दे को उठाया गया था।
राजस्थान के पर्यटन मंत्री कृष्णेन्द्र कौर ने कपूर समेत सभी 12 सदस्यों के नामांकन को बीती रात रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें नामांकन के बारे में पता नहीं था और विभाग के प्रधान सचिव ने बिना सलाह मशविरे के आदेश जारी किया था। कौर ने कहा, ‘बीती रात सभी 12 सदस्यों के नामांकन रद्द कर दिए गए। मुझे पहले नामांकन के बारे में कुछ पता नहीं था’।
नामांकनों को रद्द करने का कौर का फैसला बुधवार को पत्रकारों द्वारा उनसे बोर्ड में कपूर के नामांकन के बारे में पूछे जाने के बाद आया है। जेकेके की महानिदेशक पूजा सूद ने कहा कि यह सूची 16 नवंबर को सरकार ने जारी की थी।
यह रोचक तथ्य है कि इस सूची में नामांकन पाने वालों में राजस्थान का कोई कलाकार नहीं है। हालांकि इसमें होमी के भाभा, उपन्यासकार जीत तायिल जैसे कलाकारों के नाम थे।
जवाहर कला केंद्र के शासकीय बोर्ड में इसी 16 नवंबर को नामित किया गया था