उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का भी ख्याल रखा जा रहा है। हाल में बनारस से 100 पंचायत सदस्यों को दिल्ली बुलाकर संसद घुमवाया गया और उन्हें संसद की कार्यवाही भी दिखाई गई। इन लोगों में ज्यादातर सरपंच थे। गुरुवार (11 अगस्त) को इन सभी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक मीटिंग भी करवाई गई थी। जानकारी मिली है कि अब इन सबको मोदी के गुजरात भी लेकर जाया जाएगा ताकि वह गुजरात मॉडल को समझकर उसे अपने इलाके में लागू करने के लिए काम कर सकें। इन तैयारियों के जोर पकड़ने के पीछे कांग्रेस और सोनिया गांधी का रोड शो बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस ने सोनिया के रोड शो को हिट बताया था। ऐसे में बीजेपी को डर है कि कहीं बनारस उनके हाथ से निकल जा जाए।
यूपी में 2017 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी पार्टी अपनी अपनी कमर कस रही हैं। हाल में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और बीजेपी को निशाने पर लेते हुए यूपी में रोड शो और रैलियां की थीं। लेकिन, बनारस में की गई रैली के दौरान सोनिया को चोट लग गई थी और उन्हें कार्यक्रम अधूरा छोड़कर दिल्ली वापस आना पड़ा था। वहीं बीजेपी ने भी अभी एक बड़ा उटलफेर किया है। बीजेपी अध्यक्ष ने कांग्रेस के लिए रमनीति बना रहे प्रशांत किशोर की टीम के 50 लोगों को अपनी साथ मिला लिया है। यह प्रशांत किशोर और कांग्रेस दोनों के लिए बड़ा झटका हो सकता है।
Read Also: कांग्रेस ने ‘दर्द-ए-बनारस’ नाम से वेबासइट पर छापा लेख, कहा- PM मोदी ने शहर के लिए कुछ नहीं किया