Vande Bharat Train: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कुछ दिन पहले ही मंबुई में दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी। सोमवार को ठाणे रेलवे स्टेशन पर मुंबई-शिरडी ट्रेन के दरवाजे खुल नहीं रहे थे, जिस कारण यात्री ट्रेन में ही बंद हो गए। तकनीकी खराबी के कारण ट्रेन के सभी 16 डिब्बों के दरवाजे बंद हो गए और स्टेशन पर पहुंचने पर गेट खुले ही नहीं। इसके बाद यात्रियों ने ट्रेन में पीछ बैठे गार्ड से ट्रेन से उतारने के लिए कहा। तब जाकर यात्री ट्रेन से उतरे।
थोड़े समय के लिए होती हैं ये समस्याएं
यह घटना रविवार की है। यहां ठाणे स्टेशन पर मुंबई-शिरडी ट्रेन में यात्रियों को तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा। पूरी 16 डिब्बों वाली ट्रेन के दरवाजे नहीं खुले। इस कारण ट्रेन निर्धारित समय से 12 मिनट की देरी पर थी। अधिकारियों का कहना है कि ये समस्याएं थोड़े समय के लिए होती हैं और अक्सर नई ट्रेनों के संचालन के दौरान इस तरह की समस्याएं देखी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के दौरान ट्रेन के सॉफ्टवेयर को यह नहीं समझ आता कि ट्रेन रुक गई है। ऐसी स्थिति में सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए वह ट्रेन के गेट नहीं खोलता है।
सीआर के एक अधिकारी ने कहा, “यह थोड़े समय की एक समस्या थी, जिसकी वजह से दरवाजे खुलते नहीं हैं। इसमें कंट्रोल सॉफ्टवेयर यह नहीं समझ पाता कि ट्रेन पूरी तरह से रुक गई है। इस कारण सुरक्षा उपायों को देखते हुए सॉफ्टवेयर ने ट्रेन के दरवाजों को खोलने की अनुमति नहीं दी। इस गड़बड़ी को दादर में ठीक कर लिया गया था और उसके बाद दरवाजों को खोलने और बंद करने में कोई समस्या नहीं आई।”
विशेषज्ञों की सलाह- ट्रेनों के संचालन के लिए निरंतर प्रशिक्षण की जरूरत
इस घटना के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब ट्वीट किए। परिवहन विशेषज्ञों ने कहा कि ये अल्पकालिक समस्याएं हैं जो एक नई परियोजना के शुरुआती चरणों में होती हैं। आमतौर पर कुछ दिनों तक इस तरह की समस्याएं देखी जाती हैं और इन नई-पुरानी ट्रेनों के संचालन के लिए निरंतर प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।
इस बीच, शिरडी और सोलापुर दोनों जगहों पर वंदे भारत ट्रेनों के संचालन को लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। सोमवार को शाम 4 बजे तक, 12-13 फरवरी को मुंबई-शिरडी वंदे भारत ट्रेनों की अप और डाउन दोनों लाइनों पर 3,229 यात्रियों ने चेयर कार में यात्रा की। इसी तरह इन दो दिनों में कम से कम 200 यात्रियों ने एक्जीक्यूटिव चेयर कार में सफर किया। वहीं, मुंबई-सोलापुर रूट में 12-13 फरवरी को चेयर कार और एक्जीक्यूटिव चेयर कार के लिए 3,754 और 289 सीटें बुक की गईं। रेलवे अधिकारियों का दावा है कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और लोग दो वंदे भारत ट्रेनों का उपयोग करेंगे।