उत्तराखंड के दो कैबिनेट मंत्रियों की लड़ाई ने उत्तराखंड सरकार की स्थिति बड़ी अजीब हो गई है। दो मत्रियों के समर्थकों एक दूसरे पर जमकर कीचड़ उछाला। सरकार और शासन की काफी छीछालेदर हुई। इस लड़ाई ने हरिद्वार समेत उत्तराखंड में अवैध कब्जों की कलई खोल कर रख दी। हरिद्वार के मेयर और भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोज गर्ग उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के प्रेमनगर आश्रम में अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर गए। जेसीबी मशीन से आश्रम की एक दीवार तोड़ डाली। इसपर सतपाल महाराज के समर्थकों ने मेयर और उनके साथ गए नगर निगम के कर्मचारियों और भाजपा नेताओं की जमकर लठ्ठ परेड की। हरिद्वार के मेयर मनोज गर्ग कैबिनेट मंत्री और हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक के खासमखास हंै। इसलिए यह लड़ाई कौशिक बनाम सतपाल महाराज हो गर्ई।
10 अगस्त को मेयर और सतपाल समर्थकों में जमकर मारपीट हुई। चार दिन तक मदन कौशिक और सतपाल महाराज के समर्थक एक दूसरे के खिलाफ सड़कों पर उतरे और धरना प्रदर्शन का दौर जारी रहा। हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी गढ़वाल में सतपाल समर्थकों ने हरिद्वार के मेयर मनोज गर्ग का पुतला फूंका। सतपाल समर्थकों ने इस घटना को एक संत का अपमान बताया और मदन कौशिक को बर्खास्त करने की मांग की। सतपाल महाराज इस मामले को भाजपा आलाकमान तथा मदन कौशिक संघ मुख्यालय तक ले गए। सूबे में भाजपा दो खेमों में बंटी नजर आई। सतपाल महाराज के प्रेमनगर आश्रम के प्रवक्ता ओपी शर्मा ने मनोज गर्ग को मेयर पद से बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि हमारे आश्रम के बाहर कूड़ा फिंकवाकर हरिद्वार के मेयर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई हैं और महाराज के लाखों अनुयायियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि मेयर घायल होने का नाटक रच रहे हैं। प्रेमनगर आश्रम के सचिव रमणीक सिंह का कहना है कि प्रेमनगर आश्रम का सभागार इस घटना से चार दिन पहले मेयर मनोज गर्ग ने भाजपा के रक्षा सूत्र कार्यक्रम के लिए मांगा था। परंतु तब आश्रम में नमो नाद कार्यशाला चल रही थी। इस कारण उन्हें यह सभागार नहीं दिया जा सका और उन्होंने आश्रम की दीवार तोड़कर खुंदक निकाली। सतपाल महाराज के समर्थकों का कहना है कि वे 2004 से भाजपा विधायक मदन कौशिक की धींगामुश्ती झेलते आ रहे हैं। 2005 में मदन कौशिक ने अपने घर खन्ना नगर के पास दीवार बनाकर आश्रम का रास्ता रोक दिया है। उसके बाद कौशिक समर्थकों ने दो दफा प्रेमनगर घाट पर तोड़ फोड़ की और अब चौथी बार कौशिक के खास मेयर मनोज गर्ग ने आश्रम की दीवार तोड़कर बेवजह परेशान किया।
मदन कौशिक के खिलाफ हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक और भाजपा के चार विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, आदेश चौहान, सुरेश राठौड़ और संजय गुप्ता एकजुट हो गए। इन सबने मिलकर भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष अमित शाह को कौशिक और उनके समर्थकों की गुंडागर्दी की शिकायत की। वहीं मदन कौशिक और उनके समर्थकों ने संघ मुख्यालय में सतपाल महाराज की शिकायत पहुंचाई। दरअसल सतपाल महाराज को भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष और मदन कौशिक को संघ के ताकतवर नेता और भाजपा के राष्टÑीय सह महामंत्री शिवकुमार का वरदहस्त प्राप्त है। सूबे के दो मंत्रियों की सियासी लड़ाई में हरिद्वार शहर के लोग पिस रहे हैं। मेयर मनोज गर्ग की सतपाल समर्थकों द्वारा की गई पिटाई के विरोध में नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल की। इससे दो-तीन दिन तक हरिद्वार शहर जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गंदगी से पटा रहा। शहर में 400 मीट्रिक टन कूड़ा सड़कों पर पड़ा रहा।
उत्तराखंड कांग्रेस ने भाजपा के दोनों दिग्गज नेताओं की लड़ाई को लपक लिया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत, पूर्व विधायक अम्बरीश कुमार और संजय पालीवाल अस्पताल में भर्ती मेयर मनोज गर्ग को तुरंत देखने गए। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए। कांग्रेस के पूर्व विधायक अम्बरीश कुमार ने कहा कि जिस तरह सूबे के दो मंत्रियों ने सड़क पर खुलेआम खूनी खेल खेला, उससे शहर की कानून व्यवस्था बिगड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मदन कौशिक के समर्थकों के आर्थिक हितों की वजह से यह सारा विवाद हुआ है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने हरकी पौड़ी के सामने दीनदयाल पार्किंग का ठेका इस बार ई – टेंडरिंग से कराया था और कौशिक के चहेतों को ठेका नहीं मिल पाया था लिहाजा कौशिक और उनके समर्थक सतपाल महाराज से खुंदक खाए हुए थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने पार्टी हाईकमान के आदेश पर भाजपा सरकार के दो मंत्रियों के समर्थकों के बीच हुए इस विवाद को लेकर दो सदस्यीय जांच समिति बनाई है। यह समिति 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।
