Uttarakhand Waqf Board: उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुने जाने के तुरंत बाद भाजपा नेता मोहम्मद शादाब शम्स ने बुधवार को कहा कि बोर्ड की मुख्य प्राथमिकता वक्फ संपत्तियों को अवैध कब्जे और अतिक्रमण से मुक्त कराना और अपना खुद का बुलडोजर खरीदना है। यह बताते हुए कि बोर्ड ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है, शम्स ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हम ‘धाकड़ धामी’ बुलडोजर चलाने का प्रस्ताव ला रहे हैं और वक्फ बोर्ड अपना बुलडोजर खरीदेगा।”

शम्स जिन्होंने विभिन्न स्तरों पर भाजपा की सेवा की है और पार्टी के प्रवक्ता भी हैं, को देहरादून सचिवालय में प्रमुख सचिव (अल्पसंख्यक कल्याण) एल फनाई ने निर्विरोध चुनाव का प्रमाण पत्र सौंपा था। वक्फ बोर्ड एक कानूनी संगठन है, जो वक्फ संपत्तियों की उचित देखरेख की व्यवस्था करता है। और यह भी देखता है कि वहां से अर्जित किसी भी तरह के पैसे का उपयोग मुस्लिम सिद्धांतों और कानून के अनुरूप किया जाए।

वक्फ बोर्ड के तहत करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है।

शम्स ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘उत्तराखंड राज्य बनने के बाद किए गए एक सर्वे के मुताबिक वक्फ बोर्ड के तहत करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है। “इनमें से बहुत सी संपत्तियां अवैध कब्जे में हैं। ये संपत्तियां गरीबों के लिए हैं। हमारी मुख्य प्राथमिकता इन संपत्तियों को मुक्त कराना है।”

उन्होंने कहा, ”हम वक्फ माफिया और अतिक्रमण में शामिल लोगों पर बुलडोजर चलाएंगे। हमारी संपत्तियों को मुक्त करने के लिए हमारा अपना ट्रिब्यूनल और अपना कोर्ट है – जो हमारे पास अभी तक नहीं था, वह इच्छा शक्ति है।”

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चर्चा पर शम्स ने कहा, ‘बोर्ड ने उन्हें धन्यवाद दिया और हमने उन्हें सूचित किया कि हम बोर्ड की अगली बैठक में अपना खुद का बुलडोजर खरीदने का प्रस्ताव लाएंगे। मुक्त होने पर इन संपत्तियों का उपयोग हमारी शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए किया जाएगा। हम अपने खुद के स्कूल और कॉलेज खोलेंगे, ताकि हमारे बच्चों को सही शिक्षा मिल सके और समुदाय को इससे फायदा हो सके। वक्फ बोर्ड यह भी सुनिश्चित करेगा कि इसके तहत मदरसों में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा हो, और उत्तराखंड बोर्ड के अनुसार पाठ्यक्रम हो।