हिमाचल की राजधानी शिमला और मंडी के मस्जिद विवाद मामले अभी शांत नहीं हुए थे कि अब उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में एक कथित मस्जिद विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल बीती छह अक्टूबर को पिथौरागढ़ के बेरीनाग स्थित SDM ऑफिस के बाहर एक हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने प्रदर्शन किया था। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इन लोगों ने दावा किया था कि बेरीनाग में एक घर का इस्तेमाल ‘अवैध मस्जिद’ चलाने के लिए किया जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू संगठनों के इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन की तरफ से मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। हिंदू संगठन राष्ट्रीय सेवा संगठन से जुड़े लोगों ने बताया कि बेरीनाग में एक खाली पड़े मकान को नमाज अता करने के लिए अवैध तरीके से मस्जिद में बदल दिया गया है। यही आरोप लगाते हुए इस संगठन ने छह अक्टूबर को बेरीनाग स्थित SDM ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया था।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
पिथौरागढ़ के डीएम विनोद गिरिश गोस्वामी ने कहा कि इस आरोपों को लेकर एक ज्ञापन मिला है, जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। पीटीआई से बातचीत में हिंदू संगठन के फाउंडर और अध्यक्ष हिमांशू जोशी ने कहा कि हमने अवैध मस्जिद को हटाने की डिमांड की है। अगर यह चलती रही तो हमें राष्ट्रव्यापी आंदोलन करना पड़ेगा।
हिंदू संगठन के खिलाफ भी दर्ज हुआ मामला
PTI को एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा संगठन के लोगों के खिलाफ BNS की धारा 196/2 (धर्म के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया गया है क्योंकि कुछ समय पहले इस संगठन के लोगों ने सोशल मीडिया पर मस्जिद को लाइव दिखाया था।
रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के अनुसार, जिस घर को लेकर विवाद उठा है, वह अजीम नाम के एक व्यक्ति का है। अजीम हल्द्वानी में रहते हैं। पिछले 25 साल से करीब सौ परिवार इस मकान का इस्तेमाल नमाज पढ़ने के लिए कर रहे हैं। इस घर के एक हिस्से का इस्तेमाल मदरसे के रूप में भी किया जा रहा है। लोगों ने बताया कि बाहर से देखने में कथित विवादित इमारत एक घर जैसी दिखाई देती है लेकिन अंदर से उसे मस्जिद के रूप में बनाया गया है।