उत्तराखंड के गढ़वाल से भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उन्हें बुधवार को यहां संपन्न हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में पार्टी का नेता चुना गया था। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधायक दल की बैठक के बाद तीरथ सिंह रावत के नाम का ऐलान किया। गढ़वाल के कलगीखल विकासखंड के सीरों में 9 अप्रैल 1964 को जन्मे तीरथ सिंह छात्र जीवन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। वह हेमवती नंदन बहुगुना गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
राज्य में कई जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं तीरथ सिंह रावत: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री चुने गए तीरथ सिंह रावत साल 2012 से 2017 के बीच उत्तराखंड विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने विधानसभा में चौबट्टाखाल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। इसके अलावा उन्होंने 2013-15 के बीच प्रदेश में भाजपा के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी निभाई है। रावत 1997 में पहली बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य बने थे। साल 2007 में वो बीजेपी के उत्तराखंड राज्य प्रदेश प्रभारी बने। साल 2012 में उन्होंने चौबटाखाल विधानसभा चुनाव जीत कर विधानसभा में कदम रखा। 2019 में गढवाल लोकसभा क्षेत्र से उन्होंने भुवन चंद्र खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूड़ी को लगभग 3 लाख मतों से हराया था।
तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले नेताओं में गिने जाते हैं। उन्हें लंबे समय से राज्य में जमीनी स्तर पर काम करने वाले नेता के तौर पर जाना जाता रहा है। राज्य के गठन के बाद वह यहां की पहली सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे थे। इसके बाद 2007 में उन्हें उत्तराखंड में पार्टी का महासचिव बना दिया गया है। इसके बाद उन्होंने राज्य निर्वाचन अधिकारी और राज्य सदस्यता प्रमुख भी बनाया गया।
सीएम चुने जाने के बाद क्या बोले तीरथ सिंह रावत?: मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद तीरथ सिंह रावत ने नेतृत्व, प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि कल्पना भी नहीं थी कि कभी इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘अटल जी से मैं सबसे ज्यादा प्रभावित हूं।’ बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए पार्टी का आभारी हूं।
बड़े नामों के बीच लगी तीरथ सिंह के नाम पर मुहर: बता दें कि रावत को मुख्यमंत्री बनाए जाने का भाजपा नेतृत्व को फैसला चौंकाने वाला रहा। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में धन सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद अजय भट्ट और अनिल बलूनी के नामों की चर्चा थी। हालांकि, शीर्ष नेतृत्व ने तीरथ सिंह पर भरोसा जताकर अगले एक साल तक उन पर राज्य सरकार की जिम्मेदारी दी है।