अनुशासनहीनता के आरोप में भाजपा से बर्खास्त चल रहे विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को सोमवार को भाजपा की उत्तराखंड इकाई ने प्रतिबंध हटाकर फिर से पार्टी में शामिल कर लिया है। इसके साथ ही विधायक ने लिखित में दिया है कि वह भविष्य में अनुशासनहीनता नहीं करेंगे। हालांकि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की बर्खास्तगी रद्द करने के फैसले से उत्तराखंड भाजपा में खटपट हो सकती है। दरअसल पार्टी के कई नेता प्रणव सिंह चैंपियन की वापसी से खुश नहीं हैं और इस मामले को केन्द्रीय नेतृत्व के सामने ले जाने की बात कह रहे हैं।
बता दें कि बीते साल जुलाई में भाजपा ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को पार्टी की सदस्यता से 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया था। दरअसल चैंपियन की एक वीडियो सोशल मीडिया पर खासी वायरल हुई थी, जिसमें वह चार बंदूकों के साथ डांस करते नजर आ रहे थे। खानपुर विधानसभा से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन इससे पहले जून 2019 में अनुशासनहीनता के मामले में फंस चुके थे। यही वजह थी कि जब दोबारा ऐसा हुआ तो पार्टी ने चैंपियन को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया।
उत्तराखंड में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के वापस पार्टी में आने की घोषणा की। चैंपियन के अलावा झाबरेरा से भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल को भी अनुशासनहीनता के मामले में माफ कर दिया गया है। वहीं बलात्कार और शोषण के आरोपों में घिरे भाजपा विधायक महेश नेगी को पार्टी ने समन जारी कर जवाब मांगा है।
दरअसल एक महिला ने देहरादून पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है कि द्वारहाट विधानसभा से विधायक महेश नेगी ने उसके साथ बलात्कार किया और उसके बच्चे के पिता भी भाजपा विधायक महेश नेगी हैं। महिला ने अपने आरोपों को साबित करने के लिए डीएनए टेस्ट कराने की भी मांग की है। हालांकि नेगी इसे विरोधियों की उन्हें फंसाने की चाल बता रहे हैं। भाजपा का कहना है कि यदि महेश नेगी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को पार्टी में फिर से शामिल करने के फैसले से भाजपा के कई नेताओं में नाराजगी है। नाराज पार्टी नेताओं का कहना है कि चैंपियन को केन्द्रीय नेतृत्व के दखल के बाद पार्टी से बर्खास्त किया गया था लेकिन अब जब उन्हें फिर से पार्टी में शामिल किया जा रहा है तो केन्द्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं लिया गया है। यही वजह है कि कुछ पार्टी नेता भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलकर इसकी शिकायत करने पर विचार कर रहे हैं। यही वजह है कि माना जा रहा है कि चैंपियन के फिर से भाजपा में लौटने से पार्टी में कलह हो सकती है।