देश को झकझोर देने वाले निर्भया कांड की छटी बरसी के दिन एक बार फिर देश शर्मसार हुआ। इस बार शिकार बनी उत्तराखंड की एक बेटी। जिसे एक युवक ने जबरदस्ती का विरोध करने पर आग के हवाले कर दिया। इस हादसे में 70 फीसदी तक जल चुकी छात्रा का इलाज दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में चल रहा है। एक तरफ जहां आरोपी पुलिस गिरफ्त में है तो वहीं दूसरी ओर इस हादसे से रो- रोकर परिवार का बुरा हाल है।
‘आपकी बेटी को आग लगा दी है बचा सकती हो तो बचा लो’
पीड़िता की मां ने बताया कि वो अपनी बेटी का इंतजार कर रही थी जो कि कॉलेज में प्रेक्टिकल देने के लिए गई थी। इतने में एक फोन आया और फोन करने वाले ने कहा कि मैंने आपकी बेटी को आग लगा दी है, बचा सकती हो तो बचा लो। इसके साथ ही पीड़िता की मां ने कहा कि ये पहली बार नहीं है जब आरोपी शख्स ने उसकी बेटी को परेशान किया है। इससे पहले भी करीब ढाई साल पहले बेटी को परेशान किया था लेकिन तब बात खत्म हो गई थी। वो लड़का मेरी बेटी से उम्र में काफी बड़ा है और शादीशुदा भी है। उसने मेंरी दुनिया उजाड़ दी। बता दें कि पीड़िता के पिता की कैंसर के चलते पहले ही मौत हो चुकी है। वहीं घर की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है।
क्या है मामला
दरअसल पूरा मामला पौड़ी जिले के कफोलस्यूं पट्टी के एक गांव का है। जहां 18 वर्षीय लड़की बीएससी की प्रयोगात्मक परीक्षा देकर स्कूटी से घर लौट रही थी। रास्ते में गहड़ गांव के मनोज सिंह उर्फ बंटी उसका पीछा करने लगा। कुछ देर बाद एक सुनसान जगह में कच्चे रास्ते पर उसने लड़की को रोक लिया और जबरदस्ती करने की कोशिश करने लगा। जिस पर लड़की ने उसका विरोध करना शुरू कर दिया। छात्रा का विरोध से गुस्साए युवक ने छात्रा पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी और वहां से फरार हो गया। कुछ देर बाद जब वहां से गुजर रहे एक ग्रामीण ने जली हुई छात्रा को देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलती ही मौके पर पहुंची पुलिस ने 108 एंबुलेंस की मदद से छात्रा को जिला चिकित्सालय पौड़ी भेजा। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद छात्रा को मेडिकल कॉलेज श्रीनगर रेफर किया गया। फिलहाल झुलती छात्रा दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती है और वहीं उसका इलाज जारी है।
डॉक्टर्स का क्या है कहना
डॉक्टर्स का कहना है कि लड़की करीब 70 प्रतिशत से अधिक झुलसी थी जब वो सफदरजंग लाई गई थी। शरीर ऊपर से लेकर नीचे तक बर्न है। फेस भी काफी हद तक जला हुआ है। अस्पताल के एडिशनल मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉक्टर आरके आनंद ने कहा कि काफी डीप बर्न है, जिस वजह से उसका सांस ले पाना काफी मुश्किल हो रहा है। वेंटिलेटर की मदद से उसे ऑक्सीजन दिया जा रहा है। वहीं स्किन जलने की वजह से उससे फ्लूड निकल रहा है, इससे बॉडी का इलेक्ट्रोलाइट अनबैलेंस हो जाता है। इस लेवल के जख्म के चलते बॉडी शॉक में चली जाती है।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
झुलसी छात्रा से जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी का पता चलने पर एसआई ओमप्रकाश के नेतृत्व में एक पुलिस टीम आरोपी की तलाश में गहड़ गांव भेज दी गई। जहां देर शाम पुलिस ने आरोपी को गिरफ्त में लिया। वहीं कोतवाल पौड़ी मनोज रतूड़ी और तहसीलदार सदर एचएम खंडूड़ी ने बताया कि मौके से स्कूटी और पेट्रोल की बोतल कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है।
एसपी का बयान
इस पूरे मामले पर एसपी जगत राम जोशी ने कहा- वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया, वहीं आरोपी गहड़ गांव निवासी मनोज सिंह उर्फ बंटी को हिरासत में ले लिया गया है। कार्रवाई के लिए उसे राजस्व पुलिस के हवाले कर दिया गया है।