उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय के छोटे भाई सचिन के खिलाफ ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी के आरोपों की छानबीन विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने के आदेश दिए हैं। शिकायतकर्ता मुकेश जोशी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि उसके पूर्व बिजनेस पाटर्नर सचिन ने संयुक्त कारोबार में से उसके हिस्से के पचास फीसदी शेयर उसके जाली दस्तखत कर अपनी पत्नी के नाम कर दिए। इस पत्र के आधार पर मुख्यमंत्री रावत ने एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं। सचिन और जोशी के संयुक्त कारोबार का नाम एसएम हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड था।

लगाया ब्लैकमेलिंग का आरोपःजोशी ने सचिन पर ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाते हुए उसके भाई किशोर की राजनीतिक हैसियत को देखते हुए अपनी जान का खतरा भी बताया है। किशोर उपाध्याय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य के गृह सचिव को लिखे नोट में कहा कि आरोप गंभीर प्रकृति के प्रतीत होने के कारण इनकी जांच एसआईटी से कराई जाए।

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मुख्यमंत्री से की निष्पक्ष जांच की मांगः नोट में कहा गया, ‘प्रकरण अत्यंत ही गंभीर प्रकृति का प्रतीत होता है। अत: एसआईटी जांच हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देशित करें।’अपनी शिकायत में जोशी ने खुद को निवेशक बताते हुए कहा कि वह वर्तमान में देहरादून के चालंग गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दुर्बल आय वर्ग के लोगों के लिए 2180 फलैट बना रहा है। इस प्रकरण में जोशी ने मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच की मांग की थी।