उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को साफ चेतावनी दी है कि जनता के कामों में जरा सी भी हीलाहवाली हुई तो न तो वह खुद सोएंगे और न ही वह किसी को सोने देंगे। अपने दूसरे कार्यकाल में सीएम धामी का यह एक्शन काफी मायने रखता है। आम तौर पर पहाड़ के लोगों की शिकायत रहती है कि उनकी बातें न तो अफसर सुनते हैं और न ही जनप्रतिनिधि। दूसरी तरफ जनप्रतिनिधियों का भी कहना है कि अफसर कई बार उनकी बातों को भी नजरअंदाज कर देते हैं। इसको सीएम ने गंभीरता से लिया है। कहा अब यह नहीं चलेगा।
भाजपा के स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने अफसरों को साफ तौर पर चेतावनी दी कि ऐसी शिकायतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनहित के कामों में तत्काल एक्शन लेना होगा। उन्होंने कहा कि जहां से भी शिकायतें मिलीं उस पर उसी समय कार्रवाई होगी। अफसर इस बात को अच्छी तरह से समझ लें।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार विकास और सेवा का काम कर रही है। हम समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेंगे। जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप काम करेंगे, चुनाव में जो संकल्प पत्र हमने लाया था, उसके एक-एक काम पूरा करेंगे। इसके लिए हम पहले ही कह चुके हैं कि हम न चैन से सोएंगे और न सोने देंगे।
कहा कि इस चुनाव में हमने राज्य में एक ही पार्टी की दोबारा सरकार नहीं बनने का मिथक तोड़ा है। हमने जनता से जो वायदे किए हैं, उनको पूरा किया जाएगा। पहली कैबिनेट में यूनिफार्म सिविल कोड का प्रस्ताव पास कर दिया है, इसके लिए अब एक कमेटी बनेगी। राज्य में एक सामान कानून लागू होगा। हम अन्य राज्यों से भी इस तरह का कानून पास करने की अपेक्षा करेंगे।
वे बोले कि सफाई कर्मचारियों का मानदेय 500 रुपये कर दिया है। राज्य आंदोलनकारियों को दस फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा जा चुका है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए विशेष दिन है। भाजपा पूरे भारत की पार्टी बन गई है, देश के हर क्षेत्र में भाजपा फतेह कर रही है।