उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को मौका मिला तो वहीं कई पुराने चेहरों की छुट्टी हो गई। इनमें मोहसिन रजा का नाम शामिल है। उनकी छुट्टी हो गई है। अब मंत्रिमंडल में एक मात्र मुस्लिम चेहरा दानिश आजाद हैं। मंत्रिमंडल से पत्ता साफ होने के बाद मोहसिन का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि वह मंत्री पद गंवाने के बाद दुखी नहीं हैं।

योगी 2.0 कैबिनेट में शामिल न होने के बाद मंत्री मोहसिन ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को काम करने का मौका मिला है। उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता ने भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास जताया है। बात इसकी नहीं है कि किसी को सरकार में दायित्व मिला है या नहीं। आदरणीय मोदी जी से लेकर बूथ तक हम सब सभी कार्यकर्ता देश की 125 करोड़ जनता के लिए समर्पित हैं।

मोहसिन ने आगे कहा कि हमारा समर्पण देश और लोगों के लिए है। जिस तरह से हमारे एक-एक कार्यकर्ता ने कोरोना काल में घर से निकलकर काम किया और योजनाओं को लोगों को तक पहुंचाया वह अभूतपूर्व रहा। शायद इसी का परिणाम देखने को मिला। मोदी जी की योजनाओं का योगी सरकार और हमारे कार्यकर्ताओं ने जो क्रियान्वयन किया। कोरोना काल में जीवन बचाना और आजीविका को पटरी पर लाने का काम किया। इसलिए जनता का सेवा करने का पांच साल और का अवसर मिला है। पांच और सेवा करेंगे।

मोहसिन रजा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम सेवा भाव के लिए सत्ता में आते हैं मेवा खाने नहीं आते। जो मेवा खाने आते थे उन्हें जनता ने बाहर निकाला है। पीएम मोदी जी और योगी जी पर जो विश्वास जताया है उसे आगे बढ़ाना है। मंत्री पद न मिलने पर उन्होंने कहा कि हम लोग सारी चीजें संगठन और नेतृत्व पर छोड़ते हैं। संगठन ने जिसे काम दिया है वह काम करेंगे। हम भी कार्यकर्ता हैं, प्रधानमंत्री मोदी और योगी जी भी कार्यकर्ता हैं। प्रदेश की जनता की सेवा नहीं रुकनी चाहिए।

बता दें कि योगी आदित्यनाथ कैबिनेट 2.0 ने पहले कार्यकाल के 24 मंत्रियों की छुट्टी हो गई। इस सूची में कई बड़े नाम शामिल हैं। इसमें स्थान पाने में विफल रहने वाले मंत्रियों में दिनेश शर्मा, सतीश महाना, आशुतोष टंडन, श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थ नाथ सिंह समेत अन्य शामिल है। केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।