उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के साथ सत्ता में वापसी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दरबार शुरू कर दी है। दूसरे कार्यकाल का पहला जनता सोमवार को हुआ। सीएम आवास पर सैंकड़ों लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे। इस दौरान यहां एक महिला अपनी परेशानी बताते हुए रोने लगी। उसने बताया कि उसकी छोटी सी चाय की दुकान है। वहां चोरी होने के कारण 14 साल की कमाई चली गई। पुलिस उसकी बात नहीं सुन रही है।
भारत समाचार की रिपोर्ट के अनुसार महिला ने बताया की वह जानकीपुरम से आई है। 11 मार्च को उनके जेठ की मृत्यु होने पर वो और उनका परिवार वहां चला गया। इसी दिन उनके घर चोरी हो गई। इस दौरान अपनी बात बताते बताते रोने लगी और आगे कहा कि पूरा समान चोरी हो गया। पुलिस उनकी बात नहीं सुन रही है।
14 साल की कमाई रात भर में चली गई- महिला ने आगे बताया कि सिटी स्टेशन पर छोटी सी चाय की दुकान है। उसके पति सुबह पांच बजे वहां के लिए निकल जाते हैं। उसने आगे रोते हुए कहा कि 14 साल की कमाई रात भर में चली गई। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस कुछ नहीं सुन रही है।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप- महिला ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। उसने कहा कि उन्होंने कोडंबा थाने पर एफआईआर दर्ज कराई गई। आरोप लगाया कि पुलिस वाले एक बार भी घटनास्थल पर नहीं आए। वे कहते हैं कि कार्रवाई हो रही है, लेकिन मामले में कुछ नहीं हुआ है।
मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद जनता दरबार किया था शुरू- योगी आदित्यनाथ ने 2017 में मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद जनता दरबार शुरू किया था। कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण इसको बंद कर दिया गया था। बता दें कि सीएम बनने से पहले गोरखपुर का सांसद रहते हुए भी वह इसी तरह से लोगों की परेशानी सुनकर प्रशासन से उसका समाधान करवाते थे।