उत्तर प्रदेश में योगी कैबिनेट के विस्तार की तारीख एक बार फिर बढ़ गई है। यूपी में अब कैबिनेट का विस्तार 5 राज्यों में चल रहे विधानसभा के चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद किया जाएगा। 3 दिसंबर को इन राज्यों के चुनाव परिणाम आ जाएंगे, जिसे देखते हुए यूपी में लोकसभा चुनाव के पहले मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना जताई जा रही है।
जातीय समीकरण का रखा जाएगा खयाल
विधानसभा चुनाव के नतीजों के अनुसार जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ नये चेहरे शामिल किए जाएंगे तो वहीं कई विभागों में भी बदलाव हो सकता है। साथ ही भारातीय जनता पार्टी के संगठन में भी फेरबदल की संभावना है।
पिछड़ी जातियों को साधने की जुगत
विपक्ष जातीय जनगणना को लगातार धार देने की कोशिश में लगा हुआ है। उसी की काट में भारतीय जनता पार्टी पिछड़ी जातियों के लोगों को अधिक से अधिक सरकार और संगठन में शामिल करने की रणनीति बना रही है। सूत्रों की माने तो मंत्रिमंडल विस्तार में खासतौर पर पिछड़ा वर्ग को साधने की कोशिश की जाएगी।
ऐसे में पिछले दिनों समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थामें ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान को मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इसके साथ ही कुछ अन्य लोग भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं। पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा के चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाले नेताओं की भी लॉटरी लग सकती है।
मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही विभागों में हो सकता है फेरबदल
3 दिसंबर के बाद होने वाले संभावित मंत्रिमंडल विस्तार के साथ-साथ बड़े स्तर पर विभागों में फेरबदल होने की भी संभावना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विभागों में परिवर्तन भी कर सकते हैं। साथ ही कुछ राज्य मंत्रियों का कद भी बढ़ाया जा सकता है।