मुस्मिल धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म अपनाने वाले जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी इन दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय मार्ग पर स्थित हनुमान सेतु मन्दिर पर अपने समर्थकों के साथ घर खाली कराने को लेकर धरना दे रहे हैं। जितेंद्र त्यागी ने अपने धरने के बारे में बताते हुए कहा कि पुराने लखनऊ के सआदतगंज स्थित शिया यतीमखाना परिसर के मकान से बेदखल करने के विरोध में उन्होंने यह धरना शुरू किया है।
जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी का आरोप है कि मुस्लिम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म अपनाने के कारण शिया वक्फ बोर्ड ने उनके घर पर ताला लगा दिया है। उन्होंने मांग की है जल्द से जल्द उन्हें उनका घर वापस दे दिया जाए,नहीं तो वह ऐसे ही हनुमान मंदिर परिसर के बाहर धरना देते रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक, जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी शनिवार को जब चार महीने की जेल के बाद लखनऊ के शिया यतीमखाना स्थित अपने आवास पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि उनके घर पर ताला लटका हुआ है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में शिया वक्फ बोर्ड के साथ यतीमखाना स्थित आवास के लिए एक एग्रीमेंट हुआ था, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि मकान खाली करने के लिए तीन पहले नोटिस देना होगा। यह साफ तौर पर एग्रीमेंट का उल्लंधन है। घर पर ताला लगने से आहत जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी शनिवार शाम हनुमान मंदिर आ गए और धरना शुरू कर दिया।
जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी का इन आरोपों को उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी ने इन्हें बेबुनियाद बता दिया। उन्होंने कहा कि जितेंद्र त्यागी ने शिया यतीमखाना परिसर में अवैध निर्माण कराया था और वह किराया भी नहीं अदा कर रहे थे।
जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज उनके पास रहने के लिए कोई भी जगह नहीं है इसलिए उन्होंने मंदिर के मंदिर के बाहर रहने का फैसला किया है। उनका मकसद धरना देना नहीं है। वे चाहते हैं कि केवल उनका घर उन्हें वापस मिल जाए। उनके पास घर के सभी वैध दस्तावेज है और जब तक ऐसा नहीं होता है। उन्हें जहां जगह मिलेगी वहां सो जाएंगे।
