कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को तबीयत बिगड़ने की वजह से अपनी वाराणसी की यात्रा अधूरी छोड़कर दिल्ली वापस आना पड़ेगा। इस वजह से वह काशी के विश्वनाथ मंदिर नहीं जा पाईं। सोनिया को जल्द से जल्द दिल्ली लाया जाना था लेकिन उनकी फ्लाइट लेट है इस वजह से एयरपोर्ट के VIP लॉन्ज में उनका इलाज चल रहा है। ऐसे में सोनिया ने कहा, ‘तबीयत खराब होने की वजह से मुझे यात्रा अधूरी छोड़नी पड़ रही है। इस वजह से मैं काशी विश्वनाथ मंदिर नहीं जा पाई। लेकिन मैं जल्द ही वापस आऊंगी और फिर विश्वनाथ के मंदिर जाऊंगी।’
सोनिया गांधी (2 अगस्त) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रैली करते वक्त बीमार पड़ गईं थी। इस खबर की जानकारी मिलते ही पीएम मोदी ने भी ट्वीट किया था। पीएम ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘सोनिया के बीमार होने के बारे में सुना। आशा करता हूं कि वह जल्द ही ठीक हो जाएंगी।’
69 साल की सोनिया एक एसयूवी पर खड़ी होकर करीब 6 किलोमीटर तक वाराणसी की सड़कों पर घूमी थीं। अचानक उन्हें तेज बुखार हो गया तो कांग्रेस के आला नेताओं के हाथ-पांव फूल गए।
मंगलवार को दोपहर करीब 2 बजे सर्किट हाउस से सोनिया गांधी का रोड शो शुरू हुआ था। इससे पहले कांग्रेस का झंडा लहराते हजारों बाइकर्स एयरपोर्ट से ही सोनिया गांधी के काफिले के साथ चलते नजर आए। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद सोनिया गांधी पहली बार बनारस आई थी। उनके साथ दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित मौजूद रहीं, शीला को कांग्रेस ने राज्य में मुख्यमंत्री पद का उम्मीवार घोषित किया है। इसके अलावा ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव गुलाम नबी आजाद, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी चीफ राज बब्बर, वरिष्ठ पार्टी नेता प्रमोद तिवारी और संजय सिंह भी सोनिया के साथ मौजूद रहे। उनका वाराणसी को चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत के लिए चुनना इस लिहाज से भी अहम है कि कांग्रेस मोदी को उनके गढ़ में चुनौती दे रही है।
Saddened that due to my ill health, I had to cut my visit to Varanasi short. Couldn't visit Kashi Vishwanath Temple either: Sonia Gandhi
— ANI (@ANI) August 2, 2016