इलाहाबाद पहुंचे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के काफिले में भारी चूक का मामला सामने आया है। यहां तीन छात्रों ने काफिले के सामने आकर ना सिर्फ शाह को काले झंडे दिखाए बल्कि कथित तौर पर पार्टी के खिलाफ नारेबाजी भी की। आनन-फानन सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को तुरंत हिरासत में लिया। इस दौरान सुरक्षाकर्मी ने एक छात्रा की पिटाई भी कर दी। बाद में सभी को रिहा कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि यह भाजपा अध्यक्ष की सुरक्षा नहीं बल्कि उनकी मुस्तैदी है जो तुरंत तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। सिविल लाइंस के सीओ श्रीशचंद्र के मुताबिक हिरासत में ली गई एक लड़की नेहा यादव है। उसका संबंध पिछले दिनों बीएचयू में हुए बवाल से भी रहा है। बता दें कि घटना के वक्त शुक्रवार को अमित शाह दिल्ली जाने के लिए बम्हरौली एयरपोर्ट जा रहे थे। इस दौरान धूमगंज थाना के पास अचानक दो छात्राएं और एक छात्र शाह के काफिले के आगे कूद गए और नारेबाजी करने लगे। जानकारी के मुताबिक तीनों छात्रों और बेरोजगारों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाकर सरकार का विरोध कर रहे थे।
BJP chief Amit Shah’s cavalcade shown black flag by students in Allahabad. Three students have been arrested by police. pic.twitter.com/2vIiVYKBJI
— Newsd (@GetNewsd) July 27, 2018
वहीं भाजपा अध्यक्ष ने अगले साल यहां लगने जा रहे कुंभ मेले के सकुशल संपन्न होने की कामना करते हुए यमुना तट पर स्थित पंचदसनाम जूना अखाड़ा में पूजा-अर्चना की। शाह ने पंचदसनाम जूना अखाड़ा के पास निर्मित मौजगिरि घाट का उद्घाटन किया और गुरू पूर्णिमा के अवसर पर साधु संतो का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने जूना अखाड़ा परिसर में ध्यान कुंज का शिलान्यास भी किया और अखाड़ा के भीतर मर्हिष भृगु द्वारा स्थापित शिवलिंग की पूजा अर्चना की। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष ने संगम तट पर स्थित लेटे हनुमान जी के दर्शन किये और गंगा की पूजा की।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने संवाददाताओं को बताया कि आगामी कुंभ मेला सकुशल संपन्न हो, इस उद्देश्य से शाह यहां आए और पूजा अर्चना की। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि शाह के साथ बैठक में कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है। शाह ने बाघंबरी गद्दी मठ में साधु संतों के साथ दोपहर का भोजन किया। इस दौरान अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि जी महाराज और महामंत्री हरि गिरि जी महाराज के साथ सभी अखाड़ों के प्रतिनिधि मौजूद थे। (एजेंसी इनपुट सहित)