रविवार (26 मार्च) को अयोध्या के एक प्रतिष्ठित मठ के महंत ने गोरखपुर में लोगों से कहा था कि उन्हें पूरा विश्वास है कि अयोध्या में राममंदिर बनकर रहेगा, क्योंकि अब उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं। लेकिन कुछ ही घंटों बाद वह इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बचते नजर आए, क्योंकि योगी आदित्यनाथ ने अपनी ही पार्टी नेताओं को साफ-साफ शब्दों में कह दिया कि किसी भी तरह के ठेकेदारी का काम न लें और अब उनके पास मौज-मस्ती करने का समय नहीं है। उन्होंने राम-जन्मभूमि विवाद पर एक शब्द नहीं कहा। कानून-व्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने कहा था कि गुंडों को उत्तरप्रदेश छोड़ना होगा या जेल जाना होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि विधानसभा चुनावों में बीजेपी की शानदार जीत से पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और बढ़ गई है।

अयोध्या के दिगम्बर अखाड़े के महंत सुरेश दास गोरखनाथ मंदिर में जमा लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यहां कहा था कि योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद उन्हें पूरी उम्मीद है कि राम जन्मभूमि का विकास होगा। उन्होंने कहा था कि राम जन्मभूमि का निर्माण ही उत्तर प्रदेश का विकास है। सुरेश दास ने यह बात मुख्यमंत्री के सामने ही कही थी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की बातचीत से मुद्दे को सुलझाने की सलाह का स्वागत किया था, लेकिन यह भी शर्त रखी कि वहां सिर्फ राम मंदिर ही बनेगा। कोई मस्जिद वहां नहीं बनाई जाएगी। लेकिन जब सीएम बोलने के लिए उठे तो उन्होंने अयोध्या मामले को लेकर कुछ नहीं कहा। उन्होंने तुलसीदास और अकबर की एक कहानी लोगों को सुनाई। उन्होंने कहा कि तुलसीदास ने कभी अकबर को राजा नहीं माना था। उन्होंने ही नारा दिया था-राजा रामचंद्र की जय। उन्होंने कहा था कि वह क्षेत्रीय भाषाओं जैसे-अवधी, बुंदेलखंडी, सिंधी व अन्य का हिंदुस्तानी अकादमी के जरिए प्रमोशन करेंगे।

उन्‍होंने कहा था, ”अगले दो साल में आपको बिना थके काम करना है, फिर चाहे धूप हो, बारिश हो या सर्दी हो। केंद्र की कल्‍याणकारी योजनाओं का लाभ जनता को मिले इस पर काम किया जाए।” उन्‍होंने कहा था कि जो लोग 18-20 घंटे तक काम कर सकते हैं वे उनसे जुड़ सकते हैं, बाकी बचे लोग जा सकते हैं। मौज मस्‍ती के लिए कोई समय नहीं है। योगी ने लोगों से यूपी की नकारात्‍मक छवि को तोड़ने में मदद करने को भी कहा था। सीएम ने कहा कि अगले दो महीने में साफ हो जाएगा कि एक राज्य सरकार कैसे काम करती है। कचरा साफ करने का मौका मिला है।