योगी आदित्यनाथ के राज में ये वाकया चौंकाने वाला ही माना जाएगा। दरअसल, फरुखाबाद के एसडीओ दफ्तर में एक ऐसा पोस्टर मिला जिसे देखकर सभी की भौहें तनना लाजिमी था। ये पोस्ट था अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का। पोस्टर एसडीओ दफ्तर में होने की बात जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो बवाल मच गया। आनन फानन में आतंकी सरगना रहे लादेन के पोस्टर को वहां से हटाया गया।

मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि जिले के वरिष्ठ आला अफसरों के संज्ञान में ये मामला है। पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि लादेन का पोस्टर वहां तक आया कैसे। एक रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी ओसामा बिन लादेन की यह फोटो नवाबगंज एसडीओ रविंद्र प्रकाश गौतम के कार्यालय में लगी थी। वो ओसामा बिन लादेन को विश्व का सर्वश्रेष्ठ अवर अभियंता मानते हैं। तभी उन्होंने उसका पोस्टर लगाया।

एक सोशल मीडिया पोस्ट में लादेन का पोस्टर दिखाया गया है। इसमें उसके फोटो के नीचे लिखा है- श्रद्धेय ओसामा बिन लादेन। उसके नीचे ब्रेकेट में लिखा है कि विश्व का सर्वश्रेष्ठ अवर अभियंता। उसके बगल में एक फोटो और भी है जिसमें तीन लोग ताजमहल जैसी आकृति के सामने बैठे दिख रहे हैं।

लादेन पर रखा गया था 5 करोड़ डॉलर का इनाम

ओसामा बिन लादेन को दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी माना जाता था। वो अल कायदा का प्रमुख था। उसका आतंक दुनियाभर में फैला हुआ है। यह संगठन सितंबर, 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के साथ दुनिया के कई देशों में आतंक फैलाने दोषी है। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर न्यूयार्क में स्थित है। ये विश्व का सबसे ऊंचा टावर माना जाता है। 2011 में अमेरिका की स्पेशल कमांडो फोर्स ने उसे पाकिस्तान के एब्टाबाद में मार गिराया था। उस पर 5 करोड़ डॉलर का इनाम रखा गया था।

लादेन के पास अरबों की संपत्ति थी। उसने सूडान में 29 मिलियन डॉलर की संपत्ति छिपाई हुई थी। रिपोर्ट में ऐसी संभावना जताई गई थी कि लादेन को ये धन शायद उसके सऊदी पिता से मिला था। दरअसल, अमेरिका ने लादेन के ठिकाने से कुछ दस्तावेज भी जब्त किए थे, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ था। ओसामा बिन लादेन का जन्म सऊदी अरब के एक धनी परिवार में हुआ था। उसके पिता मोहम्मद बिन लादेन सऊदी अरब के एक अरबपति बिल्डर थे, जिनकी कंपनी ने देश की लगभग 80 फीसदी सड़कों का निर्माण किया था।